scorecardresearch
Tuesday, 5 November, 2024
होमदेशUP के गोरखनाथ मंदिर के हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी को NIA कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा

UP के गोरखनाथ मंदिर के हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी को NIA कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा

3 अप्रैल 2022 को अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया था.

Text Size:

नई दिल्ली: साठ दिनों की लगातार सुनवाई के बाद सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को एनआईए कोर्ट ने आईपीसी की धारा 121 के तहत मौत की सजा और धारा 307 के तहत आजीवन कारावास की सजा सुनाई.

28 जनवरी को एटीएस अदालत के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने गोरखनाथ मंदिर में पीएसी के जवानों पर हमले के मामले में अहमद मुर्तजा अब्बासी को शनिवार को दोषी करार दिया था.

3 अप्रैल 2022 को अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया था.

अब्बासी को अन्य सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा काबू कर लिया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था.

इस संबंध में विनय कुमार मिश्रा ने चार अप्रैल 2022 को गोरखनाथ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी.

अप्रैल 2022 में अदालत ने अब्बासी के मामले को लखनऊ में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) या राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में स्थानांतरित कर दिया था.

उत्तर प्रदेश सरकार ने जबरन गोरखनाथ मंदिर में प्रवेश करने और पुलिस कर्मियों पर हमला करने में आतंकी कोन से इनकार नहीं किया था साथ आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जांच एंटी टेररिज्म स्क्वॉड को सौंप दिया था.

मुर्तजा के पिता ने यह भी कहा था कि आरोपी मानसिक रूप से स्थिर नहीं है और अपराध करने की उसकी कोई योजना नहीं थी.

उत्तर प्रदेश एटीएस के अनुसार मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया गया था.


यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के पेशावर की मस्जिद में नमाज़ के दौरान फिदायीन हमला, 17 लोगों की मौत; 83 घायल

अखिलेश यादव ने की थी अब्बासी के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखने की गुजारिश

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अप्रैल 2022 में गोरखपुर के मंदिर के बाहर सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखने का आह्वान करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा की इस बात के लिए आलोचना की कि वह इस घटना को खींच रही है.

3 अप्रैल, रविवार की रात गोरखनाथ मंदिर में एक युवक द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बारे में पूछे जाने पर सपा अध्यक्ष ने यहां संवाददाताओं से कहा, “अभी जो जानकारी आ रही हैं और उसके पिता ने जो कहा है उसके हिसाब से उसे दिमागी समस्याएं थी, उसके साथ बाइपोलर इश्यूज (मनोविकार) थे . मुझे लगता है, वह पहलू भी देखना पडेगा. भाजपा तो वह पार्टी हैं जो बात को न जाने कितना खींच देती है.”

अखिलेश यादव विधानपरिषद चुनाव के सिलसिले में कन्नोज आये थे . 3 अप्रैल 2022 में रविवार की देर रात, 30 वर्षीय आईआईटी स्नातक अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की और जब सुरक्षा कर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने उनपर धार दार हथियार से हमला किया, जिससे (पीएसी) के दो कांस्टेबल घायल हो गए. .

मामले की जांच उप्र पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की संयुक्त टीम कर रही है और जांचकर्ताओं को संदेह है कि अब्बासी खुद कट्टरपंथी थे. गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास भी है जो मंदिर के मुख्य पुजारी हैं. हमले के वक्त योगी आदित्यनाथ मंदिर परिसर में नहीं थे.


यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के पेशावर की मस्जिद में नमाज़ के दौरान फिदायीन हमला, 17 लोगों की मौत; 83 घायल


 

share & View comments