scorecardresearch
Sunday, 17 November, 2024
होमदेशभारत के सामने दो रास्ते- BJP-RSS का नफरत, अहंकार का और हमारा लोगों को जोड़ने का : राहुल गांधी

भारत के सामने दो रास्ते- BJP-RSS का नफरत, अहंकार का और हमारा लोगों को जोड़ने का : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, 'मेरे पास शब्द नहीं है आपको समझाने के लिए. यात्रा का लक्ष्य भारत को एक करने का था, जोड़ने का था. जो नफरत फैलाई जा रही है, हिंसा फैलाई जा रही है, उसके खिलाफ हमने यात्रा की, और जबर्दस्त रिपॉन्स मिला है.'

Text Size:

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में में भारत जोड़ो यात्रा के पूरा होने पर रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने यात्रा को बहुत सीखने-समझने वाली बताया और कहा लाखों से मिला व उनसे बातचीत की. उन्होंने कहा कि यात्रा से जो हिंदुस्तान के लिए विजन निकलकर आया है वह यह कि एक तरफ बीजेपी-आरएसएस का नफरत, अहंकार का है और दूसरी तरफ हमारा विजन लोगों को जोड़ने, भाईचारा और मोहब्बत का है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘मेरे पास शब्द नहीं है आपको समझाने के लिए. यात्रा का लक्ष्य भारत को एक करने का था, जोड़ने का था. जो नफरत फैलाई जा रही है, हिंसा फैलाई जा रही है, उसके खिलाफ हमने यात्रा की, और जबर्दस्त रिपॉन्स मिला है.’

उन्होंने कहा कि सच बताऊं तो कोई उम्मीद नहीं कर रहा था कि ऐसा प्यार भरा रिस्पॉन्स मिलेगा. हिंदुस्तान की जनता की जो ताकत है, वह डायरेक्टली दिखने को मिली.

गांधी ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे हमने उठाए. जो अलग-अलग वर्ग पर दबाव पड़ रहा है, चाहे वो किसान हों, मजदूर हों, बेरोजगार युवा हों, छोटे व्यापारी हों, उनकी आवाज हमें सुनने को मिली.

राहुल ने कहा कि मेरे लिए निजी तौर पर बहुत अच्छा अनुभव रहा. शायद मैं कह सकता हूं मेरी जिंदगी का सबसे गहरा और सबसे सुंदर अनुभव रहा है. मैं सबको धन्यवाद देना चाहता हूं. देश की जनता को, आपको, और जो हमारे साथ चले भारत यात्री, बाकी लोग, सीआरपीएफ के लोग, पुलिस के लोग, जिन्होंने हमारी मदद की, सबको मैं धन्यवाद देना चाहता हूं.

गांधी ने कहा कि इस यात्रा ने एक वैकल्पिक विजन दिया है. बीजेपी-आरएसएस ने एक विजन दिया है- नफरत भरा, अहंकार से भरा. हमारा विजन नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकान वाला. भाईचारे का विजन, एक-दूसरे को इज्जत देने का विजन, गले लगने का विजन. साफतौर पर हिंदुस्तान के सामने दो रास्ते हैं. ये सिर्फ दो रास्ते नहीं हैं ये जीने के तरीके हैं. एक विजन दूसरे लोगों को दबाने का विजन है तो दूसरा सबको जोड़ने का विजन.

उन्होंने कहा कि राजनीति पर इसका जबर्दस्त असर पड़ेगा. इसका ठीक क्या असर होगा मैं नहीं बता सकता हूं, मगर मैं आपको एक और बात बता सकता हूं, ये जो मैंने यात्रा की है ये खत्म नहीं हुई है. ये आप गलतफहमी में मत रहिए. ये पहला कदम है, ये शुरुआत है. इसके बाद भी कांग्रेस पार्टी, जिस वैकल्पिक विजन की मैंने बात की, जो लोग उसको मानते हैं, अभी और एक्शन लेंगे.

राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष की पार्टियों में जो एकता आती है वो बातचीत से आती है. ये कहना कि विपक्ष बिखरा हुआ है, ठीक नहीं है. विपक्ष में मतभेद जरूर हैं मगर विपक्ष एक साथ लड़ेगा. ये विचारधारा की लड़ाई है. एक तरफ RSS-BJP वाले हैं और दूसरी तरफ गैर RSS-BJP वाले हैं.

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में टारगेट कीलिंग, ब्लास्ट हो रहे हैं. अगर सुरक्षा व्यवस्था इतनी ही अच्छी है तो BJP, लाल चौक से जम्मू तक यात्रा क्यों नहीं करती, गृहमंत्री अमित शाह जम्मू से कश्मीर तक यात्रा क्यों नहीं करते? मुझे नहीं लगता यहां की सुरक्षा व्यवस्था ठीक है.

मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब वह इस क्षेत्र में प्रवेश किए तो जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों से मिले. मुझे कोई खुश नजर नहीं आया. यहां बेरोजगारी, अवसरों की कमी, भ्रष्टाचार है.


यह भी पढे़ं: रामचरितमानस में ताड़ना का अर्थ दंड से बदलकर शिक्षा देना हुआ, मैं स्वागत करता हूं


 

share & View comments