scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमदेश'हमसे राय भी नहीं ली गई'- खेल मंत्रालय की नई बनाई गई जांच समिति से भारतीय पहलवान नाखुश

‘हमसे राय भी नहीं ली गई’- खेल मंत्रालय की नई बनाई गई जांच समिति से भारतीय पहलवान नाखुश

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा की थी कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति का गठन किया गया है.

Text Size:

नई दिल्ली : भारत के दिग्गज पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और सरिता मोर ने मंगलवार को जांच कमेटी के गठन से पहले परामर्श नहीं किए जाने पर निराशा व्यक्त की और कहा कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि गठन से पहले उनसे सलाह ली जाएगी.

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा की थी कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए जांच समिति का गठन किया गया है.

जानी-मानी मुक्केबाज और ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम पांच सदस्यीय जांच समिति की प्रमुख होंगी.

विनेश फोगाट ने ट्वीट किया, ‘हमें आश्वासन दिया गया था कि जांच समिति के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा. यह बहुत दुख की बात है कि इस समिति के गठन से पहले हमसे परामर्श भी नहीं किया गया.’

अन्य स्टार पहलवानों साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यही ट्वीट किया है.

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की तरफ से दी गई प्रतिबद्धता को लेकर सोमवार को समिति की घोषणा की गई. ठाकुर ने सोमवार को घोषणा की कि मुक्केबाज मैरी कॉम भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह और अन्य कोचों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए गठित जांच समिति का नेतृत्व करेंगी.

ठाकुर ने मध्य प्रदेश के जबलपुर में मीडिया से कहा, ‘आज जांच समिति का गठन किया गया है. मैरी कॉम जांच समिति की प्रमुख होंगी. आने वाले एक महीने तक समिति पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करेगी.’

अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘सहायक सचिव WFI को बर्खास्त कर दिया गया है और एक जांच समिति एक निष्पक्ष जांच शुरू करेगी ताकि सब कुछ स्पष्ट हो जाए.’

इस बीच, भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम), जो रविवार को सुबह 10 बजे अयोध्या में शुरू होनी थी, देश में पहलवानों और उसके गवर्निंग बॉडी के बीच चल रही लड़ाई के बीच रद्द कर दी गई है.

पहलवानों के विरोध के बाद, इस बैठक को अत्यधिक अहमियत के तौर पर देखा गया. केंद्र सरकार द्वारा शनिवार शाम डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर को निलंबित किए जाने के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है. इसके साथ ही पहलवानों के आरोपों की जांच पूरी होने तक डब्ल्यूएफआई की गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी गई.

प्रदर्शनकारी स्टार पहलवानों के साथ देर रात तक बातचीत के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार रात घोषणा की थी कि बृजभूषण शरण सिंह ओलंपियन के नेतृत्व वाली ‘जांच समिति’ तक डब्ल्यूएफआई के दिन-प्रतिदिन के मामलों से ‘अलग हटेंगे’, जब तक कि एमसी मैरी कॉम उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच पूरी करती हैं.

मंत्री ने कहा कि जांच समिति को अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया गया है. जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने शुक्रवार को केंद्रीय खेल मंत्री ठाकुर से मुलाकात के बाद अपना धरना समाप्त कर दिया है.


यह भी पढ़ें: अखाड़े से लेकर ओलंपिक तक, WFI की कुश्ती पर सख्त होती पकड़ और इससे जुड़े विवाद


 

share & View comments