नई दिल्ली: रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी के नेता से मिलना का मतलब नहीं है कि वो उस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो जेडीयू में हैं और इसे मजबूत करने का काम करूंगा. इस बयान के बाद उन्होंने उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि वो बीजेपी का दामन थाम सकते हैं.
कुशवाहा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भाजपा नेता से मिलने का वास्तव में मतलब यह नहीं है कि वो उसमें शामिल होने जा रहा हूं. उन्होंने इन सभी अटकलों को ‘अफवाहें’ करार दिया है.
उन्होंने कहा, ‘भाजपा नेता से मिलने का वास्तव में मतलब यह नहीं है कि मैं भाजपा में शामिल होने जा रहा हूं. ये निराधार अफवाहें हैं. मैं उनसे अस्पताल में मिला, इसका राजनीतिकरण करने की जरूरत नहीं है. मैं जद (यू) में हूं, जद (यू) कमजोर हो रहा है लेकिन मैं इसे मजबूत करने के लिए काम करता रहूंगा.’
गौरतलब है कि बिहार के तीन बीजेपी के नेताओं ने नई दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की थी. इसके बाद से ही उनके भगवा पार्टी में जाने की अटकलें तेज हो गईं थी.
शुक्रवार शाम को बिहार भाजपा के पदाधिकारियों प्रेम रंजन पटेल, संजय टाइगर और योगेंद्र पासवान ने दिल्ली के एम्स में कुशवाहा से मुलाकात की थी, जहां उन्हें नियमित जांच के लिए भर्ती कराया गया है. बैठक की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई थी जिससे कुशवाहा के अगले राजनीतिक कदम के बारे में चर्चा शुरू हो गई थीं.
उपमुख्यमंत्री पद पर नजर बनाए कुशवाहा कथित तौर पर पिछले कुछ समय से पार्टी से खुश नहीं चल रहे हैं. उन्होंने इस महीने की शुरुआत में राज्य मंत्रिमंडल विस्तार में कहा था ‘मैं न तो सन्यासी हूं और न ही किसी मठ में बैठा हूं. मैं एक मंडप में बैठा हूं, लेकिन कब तक.’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी समाधान यात्रा के दौरान कुशवाहा को डिप्टी सीएम बनाए जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पिछले हफ्ते नकारात्मक जवाब दिया था.
कुशवाहा के बीजेपी के करीब आने पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने 21 जनवरी को कहा था कि जेडीयू के नेता ने लंबे समय से उनसे बात नहीं की है और वह मिलकर उनसे इस बारे में चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा था, ‘कृपया उपेंद्र कुशवाहा जी से मुझसे बात करने के लिए कहें. उन्होंने हमें बहुत समय दिया है, मुझे नहीं पता कि वह क्या चाहते हैं. मैं पटना में नहीं था इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है. वह इस समय अस्वस्थ हैं, मैं उनसे मिलूंगा और इस पर चर्चा करूंगा.’
यह भी पढ़ें: मोदी का फिल्मों के बचाव में उतरना विश्वगुरु के लक्ष्य के लिए अहम, अब कंटेंट ही नया अंतर्राष्ट्रीयवाद है