चंडीगढ़: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ बुधवार से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे देश के शीर्ष पहलवानों के लिए हरियाणा के सभी वर्गों से समर्थन मिल रहा है, जिनमें से अधिकांश राज्य के हैं. ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक और विश्व चैंपियनशिप विजेता विनेश फोगट के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
ये आरोप हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सामने आए हैं. सिंह, जिन पर एक महिला एथलेटिक्स कोच द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था, ने तब से अपने खेल पोर्टफोलियो को त्याग दिया है, लेकिन राज्य मंत्रिमंडल में बने हुए हैं.
इस बीच, हरियाणा में विपक्षी दल, धरने पर बैठे पहलवानों के परिवार और यहां तक कि राज्य की कई खापें जंतर-मंतर पर विरोध के समर्थन में सामने आई हैं और आरोपों की जांच की मांग की है.
चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकार ने खिलाड़ियों की चिंताओं को गंभीरता से लिया है और केंद्रीय खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से 72 घंटे के भीतर जवाब मांगा है. सीएम ने कहा: “हमारी महिला एथलीटों की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है और हम इसे गंभीरता से लेते हैं. हम उनका मनोबल कम नहीं होने देंगे.”
गठबंधन सरकार में भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि पहलवानों की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए.
गुरुवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चौटाला ने कहा कि विरोध में बैठे ज्यादातर खिलाड़ी राज्य से हैं. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर चौटाला ने कहा कि उस मामले में भी पूरी जांच होनी चाहिए और बाद में जारी प्रेस नोट के अनुसार न्याय होना चाहिए.
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पंचायतों, राजनेताओं में हलचल
इस बीच, पहलवानों के परिवारों ने भी कहा है कि वे इस संघर्ष में अपने बच्चों का समर्थन करने के लिए दिल्ली जाएंगे.
विनेश की चचेरी बहन और भाजपा नेता बबीता फोगाट, जो पंचकूला में हरियाणा महिला विकास निगम लिमिटेड की अध्यक्ष भी हैं, ने गुरुवार को धरना स्थल का दौरा किया और आंदोलनकारी पहलवानों को आश्वासन दिया कि वह इसका समाधान निकालने का प्रयास करेंगी.
चरखी दादरी में गुरुवार को सर्वजातीय खाप महापंचायत भी हुई. डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ आरोपों को गंभीर बताते हुए बैठक में कहा गया, “… पूरे मामले की जांच एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा की जानी चाहिए, और डब्ल्यूएफआई प्रमुख को बर्खास्त किया जाना चाहिए और कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए.” खापों ने पहलवानों के समर्थन में दिल्ली कूच करने पर भी चर्चा की.
फोगाट खाप के प्रमुख बलवंत सिंह ने शुक्रवार को दि प्रिंट को बताया कि बैठक में चरखी दादरी की सात खापों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. इस बैठक में: फोगाट खाप, सांगवान खाप 44, श्योराण खाप 25, सतगामा, चिरिया खाप, हवेली खाप कदमा और पवार खाप 32. उन्होंने कहा, “हम पहले से ही दिल्ली के रास्ते में हैं और दोपहर तक जंतर-मंतर पर होंगे.”
पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुरुवार को डब्ल्यूएफआई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों के समर्थन में उतर आए. एक प्रेस नोट में उन्होंने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य और शर्म की बात है कि देश के गौरव खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को धरने पर बैठने के लिए मजबूर किया जा रहा है. महिला पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई और उसके अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महासंघ को भंग कर देना चाहिए और सभी आरोपियों के खिलाफ जांच होनी चाहिए.
हुड्डा ने हरियाणा सरकार पर कार्रवाई करने में विफल रहने का आरोप लगाया जब राज्य के खिलाड़ी जंतर-मंतर पर न्याय मांग रहे थे, हुड्डा ने आरोप लगाया कि जब एक महिला कोच ने मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे तो राज्य सरकार ने भी चुप्पी साध ली थी.
इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय सिंह चौटाला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपने सांसद को बचाने में लगी है. उनके द्वारा जारी एक प्रेस नोट के अनुसार, चौटाला ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख सिंह और संदीप सिंह दोनों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने भी मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे पहलवानों को उनके महासंघ द्वारा नहीं सुने जाने के बाद विरोध करना पड़ा. मैं मांग करता हूं कि भारत सरकार को भारतीय कुश्ती महासंघ को निलंबित कर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.
इस बीच, अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ (एआईडीडब्ल्यूए) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगमती सांगवान ने मीडिया कर्मियों के साथ साझा किए गए एक रिकॉर्डेड संदेश में कहा कि पहलवानों के आरोपों से पता चलता है कि सत्ता के पदों पर बैठे कुछ लोग महिला एथलीटों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि, ‘भाजपा-जेजेपी सरकार को अभी भी मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करना और गिरफ्तार करना है, जिन पर एक महिला एथलीट का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. अब, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पहलवान भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ इसी तरह के आरोप लग रहे हैं और सरकार अभी भी चुप है.”
(संपादन: आशा शाह)
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