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Thursday, 25 April, 2024
होमदेश'ये लड़ाई कुश्ती की नहीं देश की बेटियों की है,' धरने पर बैठी विनेश बोलीं - हमें जान का भी खतरा है

‘ये लड़ाई कुश्ती की नहीं देश की बेटियों की है,’ धरने पर बैठी विनेश बोलीं – हमें जान का भी खतरा है

पहलवानों के समर्थन में राजनीतिक पार्टियां भी उतर आईं हैं. प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया कि हमारे खिलाड़ी देश की शान हैं. कुश्ती फेडरेशन व उसके अध्यक्ष पर खिलाड़ियों ने शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. इन खिलाड़ियों की आवाज सुनी जानी चाहिए साथ ही आरोपों की जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.

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नई दिल्ली: तीन बार की राष्ट्रमंडल चैम्पियन विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया तथा साक्षी मलिक समेत भारत के शीर्ष पहलवान जंतर मंतर पर लगातार दूसरे दिन धरने पर बैठे हैं. वे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं जिन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये गए हैं.

खेल मंत्रालय के साथ वीरवार को हुई बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने कहा कि धरना जारी रहेगा. हमें जब तक आश्वासन नहीं मिल जाता हम प्रदर्शन करते रहेंगे. यही नहीं मीडिया से बातचीत के दौरान इन खिलाड़ियों ने कहा कि वह जरूरत पड़ने पर एफआईआर भी दर्ज कराएंगे.

इस बीच, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कुश्ती महासंघ से जवाब मांगा है.

उन्होंने कहा, पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोप गंभीर हैं. भारत सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डब्ल्यूएफआई को नोटिस भेजकर 72 घंटे में जवाब मांगा है.

ठाकुर ने कहा, ”मैं दिल्ली पहुंचने के बाद पहलवानों से मिलने की कोशिश करूंगा. हम उनसे बात करेंगे और उनकी बात सुनेंगे.”

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पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, “इस लड़ाई में सारे पहलवान हमारे साथ हैं और हम किसी पर झूठा आरोप नहीं लगा रहा हैं. यदि सुनवाई नहीं हुई तो हम पुलिस का सहारा भी लेंगे.”

उन्होंने आगे कहा, “फेडरेशन को भंग किया जाये यही हमारी मांग है. हम अध्यक्ष का इस्तीफा लेकर ही रहेंगे.”

बता दें कि अब पहलवानों के समर्थन में राजनीतिक पार्टियां भी उतर आईं हैं. कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, “हमारे खिलाड़ी देश की शान हैं. विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से वे देश का मान बढ़ाते हैं. कुश्ती फेडरेशन व उसके अध्यक्ष पर खिलाड़ियों ने शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. इन खिलाड़ियों की आवाज सुनी जानी चाहिए साथ ही आरोपों की जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.”

विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हुए हैं.

भारतीय कुश्ती महासंघ की कार्यकारी समिति और वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 22 जनवरी को यूपी के अयोध्या में होगी. बैठक में महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह हिस्सा लेंगे. खबरों के मुताबिक सिंह इस बैठक में इस्तीफा दे सकते हैं.

शोषण कैमरे के सामने नहीं होता है

पिछले दो दिनों से प्रदर्शन कर रहीं कॉमन वेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहिला महिला विनेश फोगाट ने कहा, ‘अगर हमें मज़बूर किया गया तो हम शोषित हुई लड़कियों को भी सामने ले आएंगे, जो देश के लिए एक निराशापूर्ण घटना होगी.”

उन्होंने कहा, “अगर हमें मजबूर किया गया तो देश की बेटियां सामने आएंगी और शोषण कैमरे के सामने नहीं होता है. लेकिन जरुरत पड़ी तो हम सबूत भी सामने लाएंगे.”

फोगाट ने आगे कहा, “ये लड़ाई कुश्ती की नहीं देश की बेटियों की है. अगर हमे मज़बूर किया गया तो हम एफआईआर भी दर्ज कराएंगे और केस भी लड़ेंगे. कार्यवाही में जितनी देरी होगी अध्यक्ष के लिए उतना ही बुरा होगा.”

उन्होंने पूछा बंद कमरे में डराने वाले वो अध्यक्ष कहां है, हमारे सामने आकर बात क्यों नहीं कर रहे हैं. सभी खिलाड़ियों ने फेडरेशन के भंग किए जाने की भी मांग की.

विनेश फोगाट | फोटो: मनीषा मंडल

दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय खेल मंत्रालय को नोटिस जारी किया है. साथ ही केंद्रीय खेल मंत्रालय ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) से 72 साल के भीतर पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब मांगा है.

बैठक में शामिल हुई साक्षी मालिक ने कहा, “हम बैठक में मिली आश्वासन से खुश नहीं है, हम ठोस कार्यवाही चाहते है.”

शोषण के खिलाफ चल रहे पहलवानों के इस विरोध प्रदर्शन ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है.

WFI अध्यक्ष पर लगे आरोपों पर हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘केंद्रीय खेल मंत्रालय ने नोटिस लिया है और WFI को 72 घंटे में जवाब देने के लिए कहा है. सारी बातें गंभीरता से ली गई हैं. मुझे भरोसा है कि भारत सरकार इस पर संज्ञान लेगी. यह गंभीर विषय है और इससे खिलाड़ियां का मनोबल टूटता है.’

बता दें कि बृजभूषण शरण पर महिला पहलवानों के विरोध प्रदर्शन पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘सरकार को तुरंत इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. इससे हमारे मुल्क पर धब्बा लगता है.’

उन्होंने कहा, ‘अगर हमें दुनिया में चमकना है तो इस तरफ देखना चाहिए. भारत में सुनना बहुत जरूरी है और फिर तहकीकात करनी चाहिए.’



कांग्रेस, सपा, एनपी ने उठाई बर्खास्तगी की मांग

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है.

बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा सांसद भी हैं. इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा, ‘इस खबर में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि ओलंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में हमारे देश के लिए खेलने वाली लड़कियों को अपने यौन उत्पीड़न के खिलाफ आज विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे का संज्ञान लेने और बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत बर्खास्त करने का अनुरोध करता हूं, साथ ही उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए और उचित जांच की जानी चाहिए. मुझे आश्चर्य है कि उन सभी मामलों में भाजपा नेता आरोपी क्यों होते हैं, क्यों महिलाओं के खिलाफ अपराध होते हैं.’

राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि जयपुर में जंतर मंतर पर भी प्रदर्शन किया जा रहा है. कांग्रेस विधायक और पूर्व स्वर्ण पदक विजेता ट्रैक एंड फील्ड एथलीट डॉ. कृष्णा पूनिया ने कहा, ‘मैं पीएम मोदी से अनुरोध करता हूं कि यह सुनिश्चित करें कि हमारे पहलवानों को न्याय मिले. मैं अपने एथलीटों के साथ खड़ी रहूंगीं.’

तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता और भाजपा नेता बबीता फोगाट वीरवार को सरकार की ‘संदेशवाहक’ बनी और धरने पर बैठे पहलवानों को उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया जो भारतीय कुश्ती महासंघ को भंग करने की मांग कर रहे हैं.

प्रदर्शन में पहुंची बबिता फोगाट | फोटो: मनीषा मंडल

बबीता ने कहा, ‘मैं हल निकालने की कोशिश करूंगी. मैं पहले पहलवान हूं और फिर राजनेता. मैं इनका दर्द समझती हूं और मैं इनकी मांगे पूरी करने की कोशिश करूंगी.’


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