नई दिल्लीः महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) और रकांपा के बीच अक्सर एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी होती रही है. साथ ही कांग्रेस भी हमेशा राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस से दूरी बनाकर रखती रही है, लेकिन एनसीपी नेता अजीत पवार लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर अब मनसे के नेता राज ठाकरे से राजनीतिक दोस्ती के लिए तैयार हैं. एक दिन पहले ही साथ आने की वकालत करने के बाद अब राज ठाकरे से मुलाकात की है. संभावना जताई जा रही है राज्य में बन रहे भाजपा और शिवसेना जैसे मजबूत गठबंधन को हराने के लिए एनसीपी कांग्रेस के साथ मनसे को लाने के लिए राजी कर ले. कहीं न कहीं अजीत पवार इस गठबंधन की जमीन तैयार करने या कहें कि धुरी बनने की कोशिश में हैं.
Ajit Pawar,NCP: We are positive to take MNS with us and I personally met Raj Thackeray yesterday to discuss, what we discussed today in our NCP meeting on seat sharing will discuss with Congress and will also inform about MNS and our stand to take MNS on board pic.twitter.com/P5bTwtQZEI
— ANI (@ANI) February 14, 2019
एएनआई के अनुसार एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा कि हम एमएनएस को अपने साथ लाने को लेकर सकारात्मक हैं और बातचीत के लिए व्यक्तिगत तौर पर कल उनसे मुलाकात की है, हमने आज एनसीपी की बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर जो बातचीत की है इसकी चर्चा कांग्रेस के साथ भी करेंगे और एमएनएस को लेकर भी बात करेंगे. हमने तय किया है कि एमएनएस को साथ ले आयें.
वहीं ध्यान देने वाली बात यह है कि एनसीपी यह बात अभी अपनी तरफ से कर रही है. कांग्रेस का क्या रुख होगा यह आगे देखने होगा. ज्यादा संभावना है कि बीजेपी और शिवसेना जैसे मजबूत गठबंधन का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस एमएनएस को साथ लाने के लिए तैयार हो जाए. हालांकि, वैचारिक तौर पर कांग्रेस एमएनएस की पार्टी लाइन से अलग रही है, खासकर यूपी बिहार के अपने वोटरों की नाराजगी को लेकर, जो राज ठाकरे को पसंद नहीं करता. लेकिन राज्य में बन रहे वर्तमान राजनीतिक हालात में यह संभव हो सकता है कि कांग्रेस मान जाय और एक मजबूत ताकत बने, जिससे बीजेपी का मुकाबला किया जा सके.