भारतीय नौकरशाही में बहुप्रतीक्षित बदलाव हो रहे हैं. मोदी सरकार में प्रशिक्षु अधिकारियों को ग्लोबल इनपुट्स और कार्पोरेट ढंग से ट्रेनिंग दी जा रही है. जैसा कि दिप्रिंट की रिपोर्ट बताती है इसे लेकर कोई विरोध नहीं है. लेट्रल एंट्री के जरिए नए विचार आए हैं और अब स्टील फ्रेम अपनी यथास्थितिवादी रवैये को छोड़ रहा है.