नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और सलाह दी कि ‘दोस्तों’ को खुश करना बंद कीजिए व लोगों पर ध्यान दीजिए जो कि मूल्य वृद्धि की मुश्किल झेल रहे हैं.
₹500 में गैस सिलेंडर देने का राजस्थान की कांग्रेस सरकार का बड़ा ऐलान – केंद्र सरकार की कीमतों के आधे से भी कम दाम में।
प्रधानमंत्री जी, ‘मित्रों' को मेवा खिलाना बंद कीजिए, महंगाई से त्रस्त जनता की सेवा कीजिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 20, 2022
राहुल गांधी ने ट्विटर किया, ‘राजस्थान सरकार द्वारा एलपीजी गैस 500 रुपये में देने का बड़ा फैसला किया है जो कि मौजूदा केंद्र सरकार की तय की गई कीमत का आधा है. प्रधानमंत्री जी, ‘मित्रों’ को मेवा खिलाना बंद कीजिए, महंगाई से त्रस्त जनता की सेवा कीजिए.’
कांग्रेस नेता मौजूदा समय में भारत जोड़ो यात्रा में राजस्थान में हैं, जिसका कि कांग्रेस शासित राज्य में आखिरी दिन है. यह पैदल मार्च बुधवार को हरियाणा में प्रवेश करेगा.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को राज्य में गरीबों को सिलेंडर देने की घोषणा की है, जिसकी कीमत घटाकर 500 रुपये कर दी गई है.
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘गरीबों को अधिकतम राहत देने के लिए राज्य सरकार लगातार जन कल्याण वाले फैसले ले रही है. इसी दिशा में राज्य सरकार गरीबों को काफी सस्ते दाम पर सिलेंडर देने की योजना तैयार कर रही है.’
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वाले लोग एक साल में 12 सिलेंडर 500 रुपये में प्राप्त कर सकेंगे.
उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि, ‘योजना के लागू होने से 1 अप्रैल, 2023 से 500 रुपये प्रति सिलेंडर की दर से बीपीएल और गरीब लोग (केंद्र सरकार की) ‘उज्ज्वला’ योजना के तहत एक वर्ष में 12 सिलेंडर प्राप्त करने में सक्षम होंगे. यह महंगाई के इस दौर में आम आदमी पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करेगा.’
सीएम गहलोत ने यह भी जानकारी दी कि राज्य सरकार जरूरतमंद लोगों को किचन के सामान वाले किट्स देने की भी योजना बना रही है.
एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘वरिष्ठ अधिकारी इस योजना को प्रदेश में लागू करने की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं. साथ ही राज्य सरकार द्वारा जरूरतमंद लोगों को रसोई के सामान की किट उपलब्ध कराने की योजना भी बनाई जाएगी.’
पिछले हफ्ते हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुद्रास्फीति में कमी आई है और विश्वास व्यक्त किया था कि यह और कम होगी. 14 दिसंबर को लोकसभा में अनुपूरक अनुदान मांगों 2022-23 पर बहस का जवाब देते हुए, सीतारमण ने कहा था, ‘मुद्रास्फीति अब आरबीआई के लिए राहत की स्थिति में है.’
यह भी पढ़ें: ‘माफी मांगने वाले लोग’, बाहर मैंने जो भी बोला वह संसद में चर्चा का विषय नहीं : मल्लिकार्जुन खड़गे