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Monday, 25 November, 2024
होमदेशदिल्ली में अब किस बीमारी ने बरपाया कहर, पिछले 48 घंटे में 124 लोग चपेट में

दिल्ली में अब किस बीमारी ने बरपाया कहर, पिछले 48 घंटे में 124 लोग चपेट में

वहीं दिल्ली के दो केंद्र संचालित अस्पतालों की माने तो इस साल दिल्ली में इस भयानक बीमारी से मरने वालों की संख्या 14 हो गई है.

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नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है. बुधवार को स्वास्थ सेवा महानिदेशालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में स्वाइन फ्लू से संक्रमित मरीज़ों की संख्या 1093 हो गई है. वहीं दिल्ली के दो केंद्र संचालित अस्पतालों की माने तो इस साल दिल्ली में इस भयानक बीमारी से मरने वालों की संख्या 14 हो गई है. राममनोहर लोहिया अस्पताल में स्वाइन फ्लू से 10 मौत हुई हैं. जिसमें 9 दिल्ली के मरीज़ हैं वहीं एक हरियाणा का है. वहीं सफदरगंज अस्पताल में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या चार है. नेशनल सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल की माने तो केवल इस साल स्वाइन फ्लू से देश में अब तक 179 लोगों की मौतें हो चुकी हैं.

दिल्ली में अचानक से बढ़ने का कारण

सरकारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में पिछले दो दिनों में स्वाइन फ्लू के 124 मामले सामने आए हैं. अचानक से मरीज़ों की संख्या में बढ़ोत्तरी पर डॉ. एसपी बयोत्रा दिप्रिंट से बातचीत में बताते हैं, ‘स्वाइन फ्लू में तेज़ी आने का एक कारण लंबी ठंडी होना है. आमतौर पर जनवरी के दूसरे हफ्ते तक ठंड कम होने लगती है, लेकिन इस बार फरवरी के पहले हफ्ते में भी तापमान में गिरावट देखी जा सकती है.’

दि इंडियन एक्सप्रेस  में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 की अपेक्षा 2018 में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या में गिरावट आई थी. जनवरी 2017 में जहां दिल्ली का औसत तापमान 7 डिग्री सेल्शियस था, वहीं 2018 में यह बढ़कर 8.3 हो गया.

इसके अलावा डॉ. एसपी बयोत्रा बताते हैं, ‘दूसरी समस्या इस बीमारी को लेकर है लोगों में पहले से जागरुकता की कमी. इस बीमारी को लेकर टीकाकरण अब तेज़ी से किया जा रहा, लेकिन यह सितंबर या अक्टूबर में शुरू हो जाना चाहिए था. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों में इस बीमारी को फैलने से बचाया जा सकता था.’

स्वाइन फ्लू क्या है और कैसे फैलता है

स्वाइन फ्लू एक सांस से संबधित संक्रामक बीमारी है. यानी यह एक इंसान से दूसरे इंसान को फैलता है. पहले यह आमतौर पर सुअरों में फैलता था. लेकिन इंसानों में फैलने की पहली ख़बर 2009 में मैक्सिको से आई थी. इंसानों में फैलने वाला स्वाइन फ्लू वायरस ए टाइप इंफ्लुएंजा वायरस कहते हैं. इसे एच1एन1 वायरस के नाम से भी जाना जाता है. 2014 में विश्व स्वास्थ संगठन ने स्वाइन फ्लू को मौसमी वायरस के रूप में घोषित किया था. यानी ये बीमारी भी बाकी अन्य मौसमी बीमारियों की तरह ही है. सामान्य फ्लू में जहां सामान्य सर्दी खांसी होती है वहीं स्वाइन फ्लू में सर्दी खांसी के अलावा मांसपेशियों में खिंचाव और जोड़ों में दर्द भी बढ़ जाता है.

कैसे फैलता है स्वाइन फ्लू

स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है इसलिए यह एक इंसान से दूसरे इंसान तक बहुत ही आसानी से फैल जाता है.जब कोई स्वाइन फ्लू संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके मुंह या नाक से निकले बलगम, सांस, थूक हवा या किसी सतह पर पहुंच जाते हैं. यह कण हवा के माध्यम से या फिर किसी अन्य व्यक्ति के छूने या हाथ मिलाने से दूसरे इंसान के शरीर में प्रवेश कर जाता है. यह बीमारी सही समय पर इलाज़ नहीं मिलने के कारण घातक हो सकती है.

क्या है लक्षण

स्वाइन फ्लू के लक्षण में प्रमुख है. सांसे तेज चलना, लगातार छींक और बलगम वाली खांसी आना, तेज बुखार होना और दवा खाने के बाद भी बुखार का कम न होना. इसके अलावा नाखूनों का नीला पड़ जाना और ब्लड प्रेशर की दिक्कत होना भी स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं.

बचाव के उपाय

स्वाइन फ्लू से बचने का सबसे पहला उपाय है साफ सफाई. इस बीमारी के बारे में पता चलते ही अगर इंसान साफ सफाई पर ध्यान दे तो आगे इसके फैलने से बचा जा सकता है. इसके अलावा हर थोड़ी देर में साबून से हाथ धोने से भी इस भयंकर बीमारी से बचा जा सकता है. पीसीआर टेस्ट से स्वाइन फ्लू को जांचा जा सकता है. जैसे ही सर्दी, खांसी, जुकाम और डायरिया हो सतर्कता और अपनी सुरक्षा के लिए पीसीआर टेस्ट करा लें.

दिल्ली के अस्पताल कितने तैयार हैं

स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए दिल्ली के अस्पताल भी तैयारियों में जुटे हैं.  राममनोहर लोहिया अस्पताल की पीआरओ ने दिप्रिंट से बातचीत में बताया,’ स्वाइन फ्लू के मरीज़ों के देखभाल के लिए हमारे यहां 2 साल पहले से ही एक डेडिकेटड वार्ड और ख़ास आईसीयू बनाया गया है. अब तक अस्पताल में 26 पॉजिटिव केस पाए गए हैं. और उन सभी का स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते ही इलाज़ शुरू कर दिया गया है.’

वहीं सफदरगंज अस्पताल की पीआरओ ने बताया, ‘हमारे यहां आईसीयू में खासतौर से 6 बेड स्वाइन फ्लू के मरीज़ों की लिए हैं. इसके अलावा पेडियाट्रिक वार्ड और मेडिसिन विभाग में भी स्वाइन फ्लू के मरीज़ों का इलाज़ किया जा रहा. अभी तक अस्पताल में आज दोपहर तक स्वाइन फ्लू के 40 पॉजिटिव केस आए हैं. इसके अलावा हमारे यहां सभी डाक्टरों और मेडिकल कर्मचारियों का टीकाकरण करा दिया गया है.’

आम से लेकर खास तक हो गए हैं शिकार

बीजेपी नेता अमित शाह को स्वाइन फ्लू के चपेट में आने से एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यही नहीं पिछले दिनों 88 वर्षीय पूर्व रक्षा मंत्री और दिवंगत नेता जार्ज फर्नांडिज़ का भी निधन स्वाइन फ्लू के चपेट में आने से हो गया. अन्य लोगों में हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र मिश्र और उड़िया एक्टर मनोज़ मिश्र भी इस घातक बीमारी की जद में आए हैं.

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