नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) दूरसंचार सचिव के राजारमण ने शुक्रवार को कहा कि सरकार दूरसंचार क्षेत्र में अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए दूरसंचार परिचालन की लागत को कम करने की दिशा में प्रयास कर रही है।
राजारमण ने उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के दूरसंचार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क के परिचालन की लागत काफी ऊंची है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘अगर हम दूरसंचार नेटवर्क पर आने वाली परिचालन लागत को कम करने में सफल होते हैं तो मुझे यकीन है कि इस क्षेत्र में अधिक निवेश आएगा। हम उस पर काम जारी रखेंगे। इसके लिए तमाम नीतिगत उपाय किए जा रहे हैं।’
सचिव ने कहा कि सड़कों की खुदाई और अन्य ढांचागत कार्यों के समय मौजूदा दूरसंचार ढांचे को किसी तरह के नुकसान से बचाने के लिए कुछ राज्यों में ‘खुदाई के पहले कॉल करें’ को पायलट रूप में चलाया जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एक अच्छी ‘डिजिटल कनेक्टिविटी’ सिर्फ मोबाइल सेवा पर आश्रित नहीं रह सकती है लिहाजा मोबाइल सेवाओं को समर्थन देने के लिए फाइबर के माध्यम से पूरक ‘कनेक्टिविटी’ देना बेहद अहम है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भारतनेट के जरिये अगले साल के मध्य तक 2.2 लाख गांवों तक संपर्क सुविधा पहुंचाने की दिशा में काम जारी है।
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