लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ओपन लेटर (खुला पत्र) लिखकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने बंगाल के हालातों पर भी दुख जताया है. उन्होंने अपील की है कि बीजेपी को वोट न करें.
उन्होंने यह भी कहा है कि इस देश को चलाने के लिए एक मजबूत आदमी चाहिए, पर हमारे प्रधानमंत्री में ऐसे कोई गुण नहीं हैं. जैसा कि इनके अपने मंत्री नितिन गड़करी ने कहा ‘जो अपना घर नहीं चला सकता वो देश क्या चलाएगा.’
अखिलेश पत्र में लिखते हैं मैं आपको ये पत्र लिख रहा हूं क्योंकि टू एंड हाफ मैन (ढाई आदमी) और मीडिया मिलकर इस देश को बर्बाद करना चाहते हैं. इस देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारे समाजवादी पंथ व लोकतंत्र की रक्षा करना मेरा भी कर्तव्य है. आज बंगाल में जो हमला हुआ वो सिर्फ हमारे मूल्यों पर हमला नहीं है बल्कि हमारे संविधान के संस्थापकों पर भी हमला है. बीजेपी का संविधान में विश्वास नहीं है. इसलिए सारे संस्थापकों ने बीजेपी और उसकी सहयोगी संस्था आरएसएस का हमेशा विरोध किया है. आज बीजेपी हमारे युवाओं को चंद उद्योगपतियों के हाथों बेच रही है, ये वहीं उद्योगपति हैं जिन्हें फायदा पहुंचाने के लिए ये सरकार सारे नियम बनाती है. पिछले 45 सालों में बेरोजगारी अपने चरम पर है. वहीं पर अल्पसंख्यक वर्ग पूरे तरीके से डर के साये में जी रहा है कि कब वो मॉब लिंचिंग का शिकार बन जाए.
पत्र में अखिलेश ने मोदी सरकार को ढाई आदमियों की सरकार करार दिया और कहा है कि ममता बनर्जी पर हमला करके ये ढाई आदमी शायद अतीत को भूल गए हैं. ये वो महिला है जिन्हें ज्योति बसु के ऑफिस के बाल पकड़ के बाहर निकाला गया था क्योंकि ये एक बलात्कारी को जेल भेजने की मांग कर रही थीं. ये वो महिला हैं जिन्होंने बंगाल से कम्युनिस्ट पार्टी को उखाड़ फेंका. ये ही वो महिला हैं जो किसानों के हित के लिए उद्योगपतियों के सामने डट कर खड़ी हो गईं थीं.
मुझे लगता है कि समय आ गया है कि जब हम सभी को राजनीति, जाति-पात और धर्म को छोड़कर इस बात से सहमत होना चाहिए कि हमें एक सशक्त सरकार की जरूरत है. मैं सबका आह्वान करता हूं कि सीबीआई, आईएएस, आईपीएस अपने ऊपर हो रहे इस राजनीतिक हमला का विरोध करें. जो लोग मीडिया में काम कर रहे हैं वो बिना डर के अपनी बात रखें हो सकता है कि आप मुझसे असहमत हों पर आप अपना वोट उसे ही दें जो आप का प्रतिनिधित्व कर सके.