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Tuesday, 22 July, 2025
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आरबीआई ने कृत्रिम मेधा, मशीन लर्निंग के इस्तेमाल के लिए सात वैश्विक परामर्शदाताओं को छांटा

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मुंबई, 11 दिसंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने निगरानी के कार्यों में कृत्रिम मेधा तथा मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करने के लिए सात वैश्विक परामर्शदाता कंपनियों को छांटा है। इन कंपनियों में प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स, मैकिंसे और बोस्टन कंसल्टिंग समूह (भारत) शामिल हैं।

आरबीआई अपने व्यापक डेटाबेस का विश्लेषण करने और बैंकों तथा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों पर नियामक निगरानी को बेहतर करने के लिए आधुनिक विश्लेषण, कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करना चाहता है। इसके लिए उसकी योजना बाहरी विशेषज्ञों की सेवाएं लेने की है।

केंद्रीय बैंक ने इस वर्ष सितंबर में अभिरुचि पत्र आमंत्रित किए थे। आरबीआई के एक दस्तावेज के मुताबिक अभिरुचि पत्र के आधार पर सात आवेदकों को छांटा गया है। ये आवेदक परामर्शदाता को चुनने के लिए होने वाली आगे की प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।

आरबीआई निगरानी प्रक्रियाओं में कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल पहले से कर रहा है। हालांकि, अब वह चाहता है कि आधुनिक विश्लेषण के लाभ इसके निगरानी विभाग को भी मिलें।

भाषा मानसी पाण्डेय

पाण्डेय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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