नई दिल्ली: दिल्ली का नगर निगम 15 साल बाद भारतीय जनता पार्टी के हाथों से फिसल गया है. और इसपर आपकी झाड़ू चल ही गई है. आप और भाजपा के बीच इस चुनाव में कांटे की टक्कर रही. वहीं 134 वार्डों में जीत के साथ ही निगम में आप को बहुमत मिल गई है.
इस कांटे की टक्कर के बीच आप ने एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी के गढ़ में सेंध लगाई वहीं आप के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और भ्रष्टाचार के आरोप में बंद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के विधानसभा क्षेत्र शकूर बस्ती में भाजपा का कमल खिल गया है.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पटपड़गंज क्षेत्र में कुल चार वार्ड है जिसमे मयूर विहार-11, पटपड़गंज, विनोद नगर और मंडावली वार्ड शामिल है. मनीष सिसोदिया पटपड़गंज के विधायक भी हैं. इनसे से तीन वार्ड मयूर विहार-11, विनोद नगर और मंडावली में भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की जबकि आप केवल पटपड़गंज में ही आगे रही.
दिल्ली एमसीडी चुनाव में पश्चिमी दिल्ली से भाजपा नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी के क्षेत्र बदरपुर में कुल पांच वार्ड हैं. इसमें बदरपुर, मोलड़बंद, मीठापुर, हरीनगर और जैतपुर वार्ड शामिल है. इस क्षेत्र में भाजपा का अधिकार होते हुए भी चार
वार्ड में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल किया. वार्ड 180 बदरपुर, मोलड़बंद वार्ड 181, हरीनगर वार्ड 183, जैतपुर वार्ड 184 में आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की. जबकि भाजपा को केवल एक वार्ड मीठापुर 182 की जीत हासिल हुई.
आप विधायक अमानतुल्लाह खान के वार्ड नंबर 189 जाकिर नगर में, आम आदमी पार्टी ने सलमा खान को उम्मीदवार बनाया था जिसे हराकर कांग्रेस प्रत्याशी नाजिया दानिश ने जीत हासिल किया.
‘पीएम मोदी का आशीर्वाद मांगा’
एमसीडी चुनावों में आम आदमी पार्टी की जीत के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों का शुक्रिया अदा किया और नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के साथ-साथ केंद्र और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘आशीर्वाद’ मांगा.
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने बुधवार को यहां भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाने के लिए देश में सकारात्मक राजनीति की वकालत की.
इसी बीच के आप के सांसद राघव चड्डा ने कहा ‘दिल्ली में बीजेपी ने गंदगी कर दी है, नगर निगम की पहली और संवैधानिक जिम्मेदारी साफ-सफाई की होती है.’
‘दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल को जो जिम्मेदारी दी उन्होंने उसे पूरा किया, अब नगर निगम की जिम्मेदारी हमारे पास आ जाएगी तो साफ-सफाई होगी, दिल्ली सुंदर बनेगी.’
दिल्ली में BJP ने गंदगी कर दी है, नगर निगम की पहली और संवैधानिक जिम्मेदारी साफ-सफाई की होती है। दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल को जो जिम्मेदारी दी उन्होंने उसे पूरा किया। अब नगर निगम की जिम्मेदारी हमारे पास आ जाएगी तो साफ-सफाई होगी, दिल्ली सुंदर बनेगी: AAP सांसद राघव चड्ढा pic.twitter.com/2BtvNv92BF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 7, 2022
लेकिन कई ऐसे वार्ड भी हैं जहां आप के गढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने अपने कमल को बरकरार रखा है. हालांकि इन इलाकों में पहले से ही भाजपा के पार्षद हैं लेकिन ऐसा माना जा रहा था कि यहां भी फेरबदल होंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.
भ्रष्टाचार के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन के शकूर बस्ती विधानसभा क्षेत्र में तीन वार्ड है. सरस्वती विहार वार्ड 58, पश्चिम विहार वार्ड 59 एवं रानी बाग वार्ड 60, तीनों ही वार्ड में भाजपा उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है.
वहीं दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के पास नजफगढ़ क्षेत्र में कुल चार वार्ड है. इनके वार्ड में ईसापुर, नज़फगढ़, दिचाऊं कलां और रोशनपुरा शामिल हैं. इनमें से तीन वार्ड में भाजपा आगे रहीं.
रोहिणी विधानसभा सीट से भाजपा ने अपने विधायक विजेंद्र गुप्ता को उम्मीदवार बनाया इस क्षेत्र में तीन वार्ड है, रोहिणी F वार्ड 52, रोहिणी E वार्ड 53 एवं रोहिणी D वार्ड 54. इन तीनों ही वार्ड में बीजेपी ने जीत हासिल की.
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा ‘एमसीडी में हम शानदार जीत दर्ज़ करने वाले हैं. अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस की 15 साल की सत्ता को दिल्ली से उखाड़ा था. अब 15 साल की एमसीडी को भी उखाड़ दिया लोग नफरत की राजनीति को पसंद नहीं करते शिक्षा, बिजली, सफाई को वोट देते हैं.
MCD में हम शानदार जीत दर्ज़ करने वाले हैं। अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस की 15 साल की सत्ता को दिल्ली से उखाड़ा था। अब 15 साल की MCD को भी उखाड़ दिया। लोग नफरत की राजनीति को पसंद नहीं करते शिक्षा, बिजली, सफाई को वोट देते हैं। अब दिल्ली की सफाई होगी: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान pic.twitter.com/LEYN12hf0o
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 7, 2022
आम आदमी पार्टी भले ही एमसीडी इलेक्शन में आगे रहीं लेकिन आप के मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जैसे दिग्गज नेताओं ने अपने ही वार्ड में हार का सामना किया.
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