नई दिल्ली: चुनाव से पहले ओपिनियन पोल पर रोक लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की.
गुजरात में वोटिंग से पहले ही कुछ चैनलों द्वारा चुनावी नतीजे दिखाकर, जनता को गुमराह किया जा रहा है। कांग्रेस ने उन चैनलों की शिकायत चुनाव आयोग से की है। सुनिए, इस बारे में @VTankha जी और @SupriyaShrinate जी का वक्तव्य – pic.twitter.com/6w4BX1AIKK
— Congress (@INCIndia) November 30, 2022
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि ओपिनियन पोल पक्षपातपूर्ण तरीके से चुनाव के परिणामों की भविष्यवाणी करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी ने विशेष रूप से गुजरात में मतपत्रों की उचित सुरक्षा के लिए भी कहा है.
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या कोई अन्य बड़ा भाजपा नेता किसी राज्य में चुनाव प्रचार के लिए आता है, तो विपक्षी नेताओं को अपने हेलीकॉप्टर से प्रवेश नहीं करने दिया जाता है.
हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान हुआ था, जिसमें राज्य में 75.6 प्रतिशत तक मतदान दर्ज किया गया था, जिसने 2017 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिसके परिणाम 8 दिसंबर को घोषित किए जाने हैं.
इस बीच, गुजरात में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को होने वाले हैं, जिसके परिणाम 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ घोषित किए जाएंगे.
गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को एबीवी सी-वोटर के सर्वे में गुजरात में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अनुमान लगाया गया है कि भाजपा 135-145 के बीच सीट जीतकर लगातार सातवीं बार जीत दर्ज करेगी.
एबीपी न्यूज-सी वोटर द्वारा कराए गए चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के अनुसार, भाजपा और कांग्रेस के मत प्रतिशत में कमी आएगी जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को उल्लेखनीय मत प्रतिशत हासिल हो सकता है लेकिन उसे 182 सदस्यीय विधानसभा में महज एक या दो सीट ही मिलेंगी. इस सर्वेक्षण के मुताबिक कांग्रेस को 36-44 सीट मिल सकती हैं.
(एएनआई और भाषा के इनपुट्स के साथ)