नई दिल्लीः पूर्व रक्षा मंत्री और समता पार्टी के संस्थापक जॉर्ज फर्नांडिस का 88 साल की उम्र में आज सुबह निधन हो गया. वे लंबी बीमारी से जूझ रहे थे और राजधानी के मैक्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली.
वरिष्ठ समाजवादी नेता को आपातकाल में जेल की सज़ा हुई थी. वे वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में 1998 से 2004 के बीच रक्षा मंत्री रहे. राजस्थान के पोखरण में उनके कार्यकाल में ही सफल परमाणु परीक्षण किया गया और उनके कार्यकाल में ही पाकिस्तान ने कारगिल में लड़ाई छेड़ी और उसकी शिकस्त भी हुई.
कर्नाटक के मैंगलोर में पैदा हुए जॉर्ज ने मुम्बई और मुज़फ्फरपुर से चुनाव लड़े. 1994 में वो जनता पार्टी से अलग हुए और उन्होंने समता पार्टी की स्थापना की. समता पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार का अहम हिस्सा बनी. फर्नांडिस एनडीए के संयोजक भी बने.
जनता दल के दो टुकड़ों में बंटने के बाद वे जनता दल सेक्युलर के साथ जुड़े और समता पार्टी का इसमें विलय हो गया.
When we think of Mr. George Fernandes, we remember most notably the fiery trade union leader who fought for justice, the leader who could humble the mightiest of politicians at the hustings, a visionary Railway Minister and a great Defence Minister who made India safe and strong.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 29, 2019
प्रधानमंत्री ने जॉर्ज फर्नांडिस को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे भारत के श्रेष्ठ राजनीतिक नेतृत्व के परिचायक थे. बेबाक और बहादुर, सीधा बोलने वाले जार्ज दूरदर्शी थे. गरीब और हाशिए पर रह रहे लोगों की वे सबसे मज़बूत आवाज़ थे. उनके जाने का बहुत दुख है.
Bihar Chief Minister Nitish Kumar: I offer my deepest condolences on passing away of former defence minister George Fernandes. He was a fiery trade union leader who fought for justice. May his soul rest in peace. My thoughts are with his family. (file pic) pic.twitter.com/wB0yx5EU0p
— ANI (@ANI) January 29, 2019
बिहार के मुख्यमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक जाबाज़ ट्रेड यूनियन नेता बताया, जिन्होंने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन, गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. उनका अंतिम संस्कार उनके बेटे के अमेरिका से लौटने के बाद किया जाएगा.