गुरुग्राम, 15 नवंबर (भाषा) इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग ने नवाचारी विचारों को अमल में लाने के लिए आयोजित प्रतियोगिता के पहले संस्करण के विजेताओं की घोषणा करते हुए उन्हें एक करोड़ रुपये का अनुदान दिया है।
सैमसंग ने मंगलवार को बयान में कहा कि ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो इन इंडिया’ प्रतियोगिता में जीतने वाली तीनों टीम को अपने प्रोटोटाइप बेहतर बनाने के लिए एक करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसके अलावा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के ‘फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर’ से विजेताओं को छह महीने का इंक्यूबेशन भी दिया जाएगा।
विजेता के तौर पर चुनी गई बेंगलुरु की ‘स्पूतनिक ब्रेन’ टीम ने एक पहनने वाला उपकरण बनाया है जो सुरक्षित ब्रेन मॉड्यूलेशन के जरिये तनाव कम करने में मदद करेगा।
वहीं पोर्ट ब्लेयर और दिल्ली की लड़कियों की टीम ‘उड़ान’ ने एक किफायती एवं साफ किया जा सकने वाला सैनिटरी पैड तैयार किया है। इस पैड को गन्ने की खोई की मदद से बनाया गया है।
इसके अलावा हैदराबाद की ‘अल्फा मॉनिटर’ टीम ने अल्जाइमर रोगियों की निगरानी एवं देखभाल में मददगार स्मार्ट बैंड विकसित किया है।
सैमसंग (दक्षिण-पश्चिम एशिया) के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) केन कांग ने विजेताओं को सम्मानित करते हुए कहा, “सभी युवा विजेता भारत का भविष्य हैं। उनमें भारत और दुनिया को बदलने की क्षमता है। हम उनके विचारों को अमल में लाने और लोगों के जीवन को बदलने के लिए उनके साथ काम करेंगे।”
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