नयी दिल्ली,15 नवंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनी ओएनजीसी का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 30 प्रतिशत घटकर 12,825.99 करोड़ रुपये रह गया।
ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में उसने 18,347.73 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
वहीं अप्रैल-जून की तिमाही की तुलना में जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 15.6 प्रतिशत गिर गया। पहली तिमाही में कंपनी ने 15,205.85 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था।
ओएनजीसी के लाभ में आई गिरावट के पीछे घरेलू पेट्रोलियम उत्पादों पर एक जुलाई से लागू अप्रत्याशित लाभ कर की अहम भूमिका रही है। इस कर की वजह से कंपनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल एवं गैस के दाम में हुई बढ़ोतरी का उतना लाभ नहीं मिल पाया।
ओएनजीसी की निदेशक (वित्त) पोमिला जसपाल ने एक निवेशक चर्चा में कहा कि बीती तिमाही में कंपनी ने विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क के तौर पर सरकार को 6,400 करोड़ रुपये का भुगतान किया। उन्होंने कहा कि अगर ओएनजीसी को यह कर नहीं देना पड़ता तो वह जुलाई-सितंबर तिमाही में अपना सर्वाधिक लाभ अर्जित करती।
ओएनजीसी अंतरराष्ट्रीय मानक दर पर कच्चे तेल की बिक्री करती है जिसे तेल रिफाइनरी में शोधित कर पेट्रोल, डीजल एवं अन्य पेट्रोलियम उत्पाद बनाए जाते हैं। सितंबर तिमाही में कंपनी का तेल एवं गैस उत्पादन दो प्रतिशत घट गया।
ओएनजीसी को दूसरी तिमाही में अपनी प्राकृतिक गैस के लिए 6.10 डॉलर प्रति एमबीटीयू (प्रति इकाई) का भाव मिला जबकि एक साल पहले यह 1.79 डॉलर था।
इसके साथ ही ओएनजीसी के निदेशक मंडल ने 135 प्रतिशत का अंतरिम लाभांश देने की स्वीकृति दी है। इस तरह कुल 8,492 करोड़ रुपये अंतरिम लाभांश के तौर पर दिए जाएंगे जिसमें से बड़ा हिस्सा सरकार के पास जाएगा।
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