नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को भरोसा जताया कि भारत-अमेरिका के बीच वस्तुओं और सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2030 तक 500 से 600 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
भारत और अमेरिका के बीच मौजूदा समय में करीब 175 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है।
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत 14 सदस्यीय भारत-प्रशांत आर्थिक समृद्धि प्रारूप (आईपीईएफ) के व्यापार स्तंभ का हिस्सा बनेगा, गोयल ने कहा कि यह इस पर निर्भर करेगा कि बदले में भारत को क्या मिलेगा। उन्होंने ‘हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2022’ के दौरान यह बात कही।
आईपीईएफ के तहत 13 सदस्य देश व्यापार, आपूर्ति श्रृंखला, स्वच्छ अर्थव्यवस्था और निष्पक्ष अर्थव्यवस्था जैसे सभी चार विषयों पर एक साथ हैं। लेकिन भारत ने अब तक व्यापार स्तंभ से बाहर रहने का विकल्प चुना हुआ है और अन्य तीन विषयों पर वह इस समूह में शामिल है।
गोयल ने इस कार्यक्रम में कहा, ‘भारत और अमेरिका के संबंध लगातार सुधर और मजबूत हो रहे हैं। आज हमारा लगभग 175 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है। मेरा मानना है कि आने वाले सात-आठ वर्षों में यह 500 से 600 अरब डॉलर का हो जाएगा जबकि हमारा वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात दो हजार अरब डॉलर का हो जाएगा।’
गोयल ने अमेरिका के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की संभावना पर कहा कि अमेरिका किसी देश के साथ नया व्यापार समझौता नहीं चाहता है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत को अपने दोस्त और भरोसेमंद साझेदार के रूप में देख रहा है।
भाषा जतिन प्रेम
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