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Thursday, 21 November, 2024
होमदेश'मेरे लिए आप भी नौकरी ढूंढ़िए,' नौकरी ज्वाइन करने के 2-3 दिन के अंदर ही मेटा से निकाले गए पेशेवरों ने लगाई गुहार

‘मेरे लिए आप भी नौकरी ढूंढ़िए,’ नौकरी ज्वाइन करने के 2-3 दिन के अंदर ही मेटा से निकाले गए पेशेवरों ने लगाई गुहार

फेसबुक ने खर्चों में कटौती के लिये विभिन्न देशों में अपने 11,000 कर्मियों को नौकरी से निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जिसमें बड़ी संख्या में भारतीय हैं.

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नई दिल्ली:  पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनिया ट्विटर हो या फिर फेसबुक सभी में छटनी का दौर चल रहा है. पिछले दिनों सोशल मीडिया की बड़ी और दिग्गज कंपनी मेटा द्वारा नौकरी से निकाले गए 11 हजार लोगों में कुछ ऐसे भारतीय तकनीकी विशेषज्ञ भी शामिल हैं, जिन्होंने अपनी देश और विदेश में जमी-जमाई नौकरी छोड़ी और मेटा ज्वाइन ही किया था. लेकिन जॉब ज्वाइन करने के महज 48 से 60 घंटे के भीतर ही उन्हें मेटा से निकाले जाने का मैसेज आया.

फेसबुक ने खर्चों में कटौती के लिये विभिन्न देशों में अपने 11,000 कर्मियों को नौकरी से निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी. जिसके अंतर्गत नए से लेकर पुराने कर्मचारियों तक को नौकरी से निकाल दिया है.

‘क्या होगा आगे’

IIT-खड़गपुर के स्नातक हिमांशु वी ने उनके लिंक्डइन पोस्ट में लिखा, ‘मैं #Meta में शामिल होने के लिए कनाडा चला गया और ज्वानिइंग के 2 दिन बाद, मेरी यात्रा समाप्त हो गई क्योंकि बड़े पैमाने पर हुई छटनी में मेरा नाम भी शामिल है.

उन्होंने कहा कि, ‘उन्हें पता नहीं है कि मेरा आगे क्या होगा.’उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे लिए आगे क्या है? ईमानदारी से कहूं तो मुझे इसके बारे में कुछ भी नही पता है. आगे जो कुछ भी आता है मैं उसका इंतजार कर रहा हूं.

हिमांशु ने लोगों से गुजारिश की है कि यदि उन्हें उनके लिए (सॉफ्टवेयर इंजीनियर) कनाडा और भारत में कोई पोजिशन और हाइरिंग के बारे में पता चले तो जरूर बताएं.

हिमांशु अकेले ऐसे भारतीय नहीं है जिन्हें फेसबुक में हुई छटनी का सामना करना पड़ा है ऐसी ही एक और पेशेवर हैं नीलिमा अग्रवाल जिन्होंने अपनी आपबीति सोशल मीडिया के मंच ‘लिंक्डइन’ पर लिखी है. वह भी मेटा से महज दो दिन पहले ही जुड़ीं थीं. उन्होंने लिखा कि वो भी उन 11000 लोगों में हैं जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है.

उन्होंने कहा, ‘वह एक हफ्ते पहले ही भारत से कनाडा आईं हैं. इतनी लंबी वीजा प्रक्रिया से गुजरने के बाद दो दिन पहले मेटा के साथ जुड़ीं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण दुखद दिन आ गया और मुझे नौकरी से निकाल दिया गया.’

नीलिमा पिछले दो साल से हैदराबाद स्थित माइक्रोसॉफ्ट के कार्यालय में काम कर रही थीं और उन्होंने मेटा के लिए अपनी यह नौकरी छोड़ी थी.

विश्वजीत झा नाम के एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि बेंगलुरू में एमेजॉन कंपनी में तीन साल से अधिक समय तक काम करने के बाद वह तीन दिन पहले मेटा में नियुक्त हुए थे और अब उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है.

मैटर्निटी लीव के दौरान मिला मैसेज

निकाले गए 11000 लोगों में भारत की कम्युनिकेशन मैनेजर अनेका पटेल भी शामिल हैं. अनेका की अभी मैटरनिटी लीव चल रही थी, वह रात में तीन बजे जब अपनी तीन महीने की बेटी को दूध पिलाने के लिए उठीं तो उन्हें एक मैसेज से पता चला की, उन्हें भी नौकरी से निकाल दिया गया है.

अनेका ने लिंक्डइन पर लंबी चौड़ी पोस्ट लिखी है, ‘मुझे पता लगा कि कंपनी छंटनी कर सकती है और इसलिए मैने ई-मेल चेक किया. उन्होंने कहा, ‘अब आगे क्या? इसका जवाब देना मुश्किल है. मेरी मैटरनिटी लीव फरवरी में खत्म होगी और माँ बनने के बाद के शुरुआती कुछ महीने मेरे लिए बहुत मुश्किल रहे हैं.’

 

अनेका पटेल को मई 2020 में नौकरी मिली थी जब मेटा ने कोविड-19 के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों को काम पर रखा था. उसका आकलन था कि ऑनलाइन ट्रैफ़िक में तेज़ी लोगों के व्यवहार में एक स्थायी बदलाव था. दो सालों में कर्मचारियों की संख्या दोगुनी होकर लगभग 90,000 हो गई थी.

मेटा द्वारा फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया मंचों का संचालन किया जाता है.

मेटा के जिन कर्मचारियों को कंपनी से निकाला है, उन्हें 4 महीने की सैलरी देगी. कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स हेड लॉरी गोलेर के अनुसार, निकाले गए कर्मचारियों को मुआवजे के तौर पर 4 महीने की सैलरी दी जाएगी.

‘सॉरी’

बता दें कि मेटा 18 साल की हो चुकी है और कंपनी पहली बार इतने बड़े स्तर पर छंटनी कर रही है. हाल ही में एलन मस्क के स्वामित्व वाली ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट समेत कई दिग्गज कंपनियों ने भी हजारों कर्मचारियों को निकाला है.
फेसबुक और मेटा की इतने बड़े पैमाने पर हुई छटनी के बाद कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मार्क जकरबर्ग ने कर्मचारियों से एक मैसेज में ‘सौरी’ कहा है.

उन्होंने कहा, ‘न केवल ऑनलाइन कॉमर्स पहले की स्थिति में लौट आया है, बल्कि व्यापक आर्थिक सुस्ती, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और एड सिग्नल लॉस की वजह से हमारे रेवेन्यू उम्मीद से कम रहा है.’

उन्होंने आगे कहा कि ‘ मुझे पता है ये गलत हो रहा है मैं इसकी जिम्मेदारी भी ले रहा हूं. मुझे पता है कि यह एक कठिन दौर है और मैं ऐसे समय में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए लोगों से सॉरी कहना चाहता हूं.’


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