scorecardresearch
Wednesday, 15 January, 2025
होमदेशअर्थजगतमध्य अफ्रीकी गणराज्य ने खनन के लिए भारतीय कंपनियों को दिया न्योता

मध्य अफ्रीकी गणराज्य ने खनन के लिए भारतीय कंपनियों को दिया न्योता

Text Size:

नयी दिल्ली, आठ नवंबर (भाषा) अफ्रीका महाद्वीप के देश मध्य अफ्रीकी गणराज्य (सीएआर) ने अपने यहां पेट्रोलियम उत्पादों, यूरेनियम और लिथियम से लेकर सोने एवं हीरे तक के खनन के लिए भारतीय निवेशकों को आमंत्रित किया है।

चारों तरफ जमीन से घिरे मध्य अफ्रीकी देश सीएआर की अर्थव्यवस्था मंत्री लिआ डूम्ता ने भारत के अपने दौरे पर भारतीय कंपनियों को खनन के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि सीएआर भारत की वृद्धि एवं विकास मॉडल से अत्यधिक प्रभावित है और इसका अनुकरण करना चाहता है।

डूम्ता ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा, ‘‘हम भारत को एक प्रतिमान मानते हैं और अपनी आर्थिक प्रगति में यहां की सरकार एवं कंपनियों के साथ साझेदारी के लिए उत्सुक हैं।’’

विश्व बैंक के मुताबिक, सीएआर में करीब 470 खनिज संसाधनों के भंडार मौजूद हैं जिनमें पेट्रोलियम, सोना एवं हीरा भी शामिल हैं। सीएआर की कुल निर्यात आय में करीब आधी हिस्सेदारी हीरे की होती है। इसके अलावा यहां पर लौह अयस्क का सबसे बड़ा भंडार भी है।

डूम्ता ने कहा कि व्यापक पैमाने पर प्राकृतिक संसाधन पाए जाने के बावजूद उनके देश के पास इनके खनन के लिए पर्याप्त प्रौद्योगिकी एवं वित्तीय संसाधन नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि भारत की सरकार और यहां की कंपनियां हमारे यहां सड़क एवं अन्य ढांचागत आधार तैयार करने के साथ खनिज संसाधनों के दोहन में भी हमारी मदद करें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत को भी अपनी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की जरूरतें पूरी करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों की जरूरत है जबकि सीएआर को भारत के तकनीकी ज्ञान की जरूरत है। यह हम दोनों के लिए फायदे वाली भागीदारी है।’’

लौह अयस्क के अलावा सीएआर के पास लिथियम भी बहुतायत में पाया जाता है। इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होने वाली बैटरी लिथियम पर ही आधारित होती है लेकिन भारत को लिथियम का आयात करना पड़ता है।

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments