चेन्नई, आठ नवंबर (भाषा) तमिलनाडु सरकार ने मंगलवार को विमानन और रक्षा औद्योगिक नीति जारी करते हुए कहा कि 10 साल की अवधि में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने ‘फ्यूचर इज नाऊ- टॉवरिंग तमिलनाडु’ सम्मेलन में विमानन एवं रक्षा नीति पेश करने के बाद कहा कि राज्य सरकार ने इस क्षेत्र में 10 वर्षों के भीतर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से एक लाख नई नौकरियां पैदा करने की योजना बनाई है।
उन्होंने कहा कि इस नीति का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र और इसमें लगी स्टार्टअप कंपनियों को अधिक समर्थन देना है।
उन्होंने कहा, ‘‘चोल वंश के शासनकाल में तमिलनाडु की नौसेना सबसे अच्छी थी जबकि देश की पहली थल सेना इकाई मद्रास रेजिमेंट थी। यूरोप और अमेरिका के बाहर विमान विनिर्माण भी पहली बार 1910 में चेन्नई में ही आया था।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने विमानन और रक्षा उद्योगों को ‘उदीयमान’ क्षेत्र के रूप में घोषित किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अगले 10 वर्षों में 75,000 करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने के अलावा एक लाख रोजगार पैदा करने का भी लक्ष्य रखा है।’’
भाषा जतिन प्रेम
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