नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट को उनके खिलाफ दिए गए बयानों पर फटकार लगाते हुए कहा, ‘ऐसी टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.’
इसके बाद से ही एक बार फिर से प्रदेश की कांग्रेस में आंतरिक तनाव शुरू हो गया है.
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सीएम गहलोत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी साझा की जा रही हैं. पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम में गहलोत की प्रशंसा की थी. जिसके बाद से सचिन पायलट और उनके समर्थक गहलोत पर निशाना साध रहे हैं. पायलट ने कहा था कि इसे पार्टी द्वारा ‘हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए.’ उन्होंने ने कहा कि जब पीएम मोदी ने गुलाब नबी आजाद की तारीफ की तो सब जानते थे कि क्या हुआ. आजाद ने हाल ही में पार्टी छोड़ी है.
कांग्रेस नेता सचिन पायलट द्वारा गहलोत की प्रशंसा को एक ‘बहुत दिलचस्प’ विकास बताया था. साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की भी याद दिलाई थी. दरअसल, आजाद जब राज्यसभा से विदा ले रहे थे तब पीएम मोदी उनकी प्रशंसा करते हुए काफी भावुक हो गए थे. इसके घटना के कुछ महीनों बाद आजाद ने कांग्रेस छोड़ कर अपनी पार्टी का गठन किया था.
पायलट ने कहा था, ‘हम सभी ने मानगढ़ धाम की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा देखी. हम सभी ने पहले राज्यसभा में भी इसी तरह की चीजें देखी हैं जब पीएम ने पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद की विदाई के दिन उनकी प्रशंसा की थी. उसके बाद क्या हुआ, सभी जानते हैं. यह कल का एक दिलचस्प घटनाक्रम है और इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए.’
उन्होंने आगे कहा, ’25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक थी जो नहीं हो पाई थी जिसके लिए सीएम ने माफी भी मांगी थी, एआईसीसी ने इसे अनुशासनहीनता का मामला माना और 3 लोगों को नोटिस दिया. कांग्रेस पुरानी और अनुशासित पार्टी है. कोई भी व्यक्ति कितना ही बड़ा हो कानून और नियम सभी पर लागू होते हैं.’
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अलवर में गहलोत ने कहा, ‘उन्हें इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. केसी वेणुगोपाल ने पार्टी में सभी से ऐसी कोई टिप्पणी नहीं करने को कहा है. हम चाहते हैं कि हर कोई अनुशासन का पालन करे.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के मानगढ़ धाम का दौरा किया और कार्यक्रम में गहलोत के साथ मंच साझा किया था. इस दौरान गहलोत ने कहा था, ‘जब पीएम मोदी विदेश जाते हैं, तो उन्हें बहुत सम्मान मिलता है. क्योंकि वह गांधी राष्ट्र के पीएम हैं, जहां लोकतंत्र गहरा है- जब दुनिया को इस बात का अहसास होता है तो उन्हें गर्व होता है कि उस देश का पीएम उनके पास आ रहा है…”
इसके बाद पीएम ने सीएम की तरीफ करते हुए कहा था, ‘अशोक जी और मैंने सीएम के रूप में साथ काम किया था. वह हमारे बहुत से मुख्यमंत्रियों में सबसे वरिष्ठ थे. अशोक जी अभी भी मंच पर बैठने वालों में सबसे वरिष्ठ सीएम में से एक हैं.’
यह भी पढ़े: ‘दिल्ली में झुग्गी वालों के लिए बड़ा दिन’- PM Modi ने कालकाजी में बने EWS फ्लैट्स की चाबियां सौंपी