नई दिल्ली: मोरबी में पुल ढहने के मामले में बुधवार को 4 आरोपियों को 5 नवंबर को पुलिस हिरासत में भेजा गया है, और बाकी 5 लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
पुलिस हिरासत में भेजे का 4 लोगों में से 2 आरोपी ओरेया कंपनी के मैनेजर हैं और बाकी 2 निर्माण कार्य ठेकेदार हैं.
30 अक्टूबर को मोरबी में हुए ब्रिज हादसे में अब तक कम से कम 135 लोगों की जान चली गई है जबकि 100 से ज्यादा घायल लोगों का मोरबी सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है.
#UPDATE | Morbi court sent 4 accused of #MorbiBridgeCollapse to police custody till 5th Nov, Saturday & another 5 people to judicial custody.
Out of the 4 persons in Police custody, 2 are managers of the Orewa company and the other 2 are fabrication work contractor's people. https://t.co/3BfY3gDFjz
— ANI (@ANI) November 2, 2022
वहीं गुजरात के मोरबी में पुल गिरने के मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें ओरेवा कंपनी के दो मैनेजर, दो टिकट क्लर्क के साथ दो ठेकेदार और तीन सुरक्षा गार्ड शामिल हैं.
इससे पहले यानि मंगलवार को पीएम मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया था और बचाव व राहत कार्य में लगे लोगों से मुलाकात की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री मोरबी सिविल अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे थे.
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मोरबी में SP कार्यालय पहुंचे. उन्होंने SP ऑफिस में समीक्षा बैठक की थी.
पीएम ने इससे पहले एक उच्चस्तरीय बैठक की थी जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, गृह मंत्री हर्ष सांघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया था.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि बचाव और राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी.
गुजरात सरकार ने पुल गिरने की घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है.
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