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Tuesday, 5 November, 2024
होमलास्ट लाफमोरबी ब्रिज हादसे की जिम्मेदारी का सस्पेंशन और इस बार दोष देने के लिए कोई नेहरू नहीं

मोरबी ब्रिज हादसे की जिम्मेदारी का सस्पेंशन और इस बार दोष देने के लिए कोई नेहरू नहीं

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के चित्रित कार्टून में, साजिथ कुमार गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर एक झूला पुल के ढहने की ओर इशारा करते हैं – 7 महीने के मरम्मत कार्य के बाद इसे जनता के लिए फिर से खोलने के चार दिन बाद- जिसमें 135 लोगों की जान चली गई – रिपोर्टों के अनुसार, नगरपालिका द्वारा ‘फिटनेस प्रमाणपत्र’ जारी करने से पहले पुल को फिर से खोल दिया गया था.

Nala Ponappa | Twitter @PonnappaCartoon

नाला पोनप्पा मोरबी पुल ढहने में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के सरकारी अस्पताल के दौरे से पहले GMERS अस्पताल की हालत को रातोंरात ठीक करने को दर्शाते हैं.

Sandeep Adhwaryu | Twitter @CartoonistSan

मोरबी पुल ढहने का जिक्र करते हुए, संदीप अध्वर्यु ने उन रिपोर्टों पर टिप्पणी करते हैं, जिसमें बताया गया है कि औपनिवेशिक युग के इस पुल का नवीनीकरण करने वाली कंपनी ओरेवा दीवार की घड़ियां बनाती है.

Alok Nirantar | Twitter @caricatured

आलोक निरंतर कुछ टीवी समाचार आउटलेट्स की इसलिए आलोचना करते हैं वह मोरबी पुल के ढहने के लिए स्थानीय लोगों जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, बजाय कि इसका नवीनीकरण करने वाली कंपनी के अधिकारियों के बिना ‘फिटनेस सर्टिफिकेट’ इसे फिर से शुरू करने को दोष देने के.

EP Unny | Indian Express
ई.पी. उन्नी ने भी मोरबी में हुई त्रासदी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह पुल ब्रिटिश काल का है, जो बताता है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को इसके ढहने के लिए दोषी नहीं ठहरा सकती.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

 

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