रंगारेड्डी (तेलंगाना): कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से जुड़ी चर्चा को सोमवार को हौव्वा करार दिया और कहा कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी जमीन पर नहीं, सिर्फ हवा में है तथा प्रदेश में कांग्रेस अगली सरकार का गठन करने जा रही है.
उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के ‘भारत राष्ट्र समिति’ (बीआरएसएस) बनाने की पहल को लेकर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें (राव) पूरा अधिकार है कि अपने दल को ‘अंतरराष्ट्रीय पार्टी’ बनाकर अमेरिका एवं चीन में भी चुनाव लड़ें.
राहुल गांधी ने संवाददाताओं से बातचीत में यह आरोप भी लगाया कि तेलंगाना में टीआरएस की सरकार जनता को लूट रही है और दलितों एवं आदिवासियों की जमीन छीन रही है. उन्होंने यह भी कहा कि टीआरएस के साथ हाथ मिलाने का सवाल ही नहीं उठता.
यहां उनके संवाददाता सम्मेलन के आरंभ होने से पहले गुजरात के मोरबी हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा गया.
गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, ‘गुजरात में कांग्रेस बहुत प्रभावशाली ढंग से चुनाव लड़ रही है. आम आदमी पार्टी सिर्फ हवा में है, जमीन पर नहीं है. वह विज्ञापन पर पैसा खर्च कर रही है और ऐसे में उसका हौव्वा खड़ा किया गया है.’
उन्होंने कहा, ‘गुजरात में कांग्रेस मजबूत है. भाजपा सरकार के खिलाफ माहौल है. कांग्रेस यह चुनाव जीतेगी.’
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तय करेंगे कि इन चुनावों में उनका उपयोग किस तरह से किया जाना है.
राहुल गांधी ने कहा, ‘टीआरएस के साथ किसी तरह के रिश्ते का सवाल नहीं उठता. इस बारे में टीआरएस ने भ्रम फैला दिया है.’
टीआरएस को ‘बीआरएस’ बनाने की राव की पहल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘कोई भी नेता अपनी पार्टी के बारे में कल्पना कर सकता है. अगर मुख्यमंत्री चाहते हैं कि वह राष्ट्रीय पार्टी चलाएं तो कर सकते हैं. अगर वह चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय पार्टी चलाएं वह ऐसा कर सकते हैं. वह चाहें तो अमेरिका और चीन में चुनाव लड़ सकते हैं.’
पिछड़ी जातियों की जनगणना से जुड़े सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी ओबीसी जनगणना का विचार लेकर आई थी और इसे कराया भी. इसमें कोई दो राय नहीं है कि इसके आंकड़े को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार टीआरएस से बातचीत करना चाहते हैं तो उनकी इच्छा है और वह ऐसा कर सकते हैं, लेकिन कांग्रेस टीआरएस के साथ कोई रिश्ता नहीं रखेगी.
उनका यह भी कहना था कि भाजपा और आरएसएस को पराजित करने के लिए विपक्षी दलों को मिलकर काम करना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा, ‘आज लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है. एक विचारधारा लोगों को बांट रही है और नफरत फैला रही है. दूसरी विचारधारा लोगों को साथ लाने वाली है. धारा स्पष्ट है. कांग्रेस को लगता है कि यह जरूरी है कि विपक्ष मिलकर और सौहार्दपूर्ण तरीके से काम करे ताकि भाजपा और आरएसएस को पराजित किया जा सके.’
उन्होंने कहा कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी सत्ता में आई तो ‘संस्थाओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)’ से मुक्त कराया जाएगा और उनकी स्वतंत्रता बरकरार रखी जाएगी.
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक होना और तानाशाही नहीं चलाना ‘कांग्रेस का डीएनए’ है, लेकिन दूसरे दलों से कब पूछा जाएगा कि वे अपने यहां चुनाव क्यों नहीं कराते?
उन्होंने आरोप लगाया, ‘आज सत्ता बड़े पैमाने पर एक स्थान पर केंद्रित हो रही है. केंद्र में मोदी सरकार और तेलंगाना में टीआरएस सरकार सांठगांठ वाली राजनीति कर रहे हैं.’
राहुल गांधी का यह भी कहना था कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का विचार यह है कि ‘नफरत और आक्रोश के खिलाफ लड़ना है जो भाजपा पूरे देश में फैला रही है. यह नफरत और आक्रोश देश को कमजोर कर रहे हैं.’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है. हमारे यहां तानाशाही नहीं चलती. चुनाव हुआ और नया अध्यक्ष चुना गया. यह हमारा डीएनए है कि हम तानाशाही नहीं चलाते. हम मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे.’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘जनता के साथ कांग्रेस का संपर्क नहीं टूटा है, लेकिन यह कमजोर जरूर हुआ है. यह यात्रा कोई जादू की छड़ी नहीं है, लेकिन यह (संपर्क मजबूत करने का ) पहला और अच्छा कदम है.’
राहुल गांधी के अनुसार, ‘उन्होंने सावरकर और गोलवलकर को पढ़ा है जिससे यह पता चला कि आरएसएस के लोग जो नफरत फैलाते हैं उसके पीछे असल वजह भय है.’
उन्होंने कहा, ‘इसी डर से नफरत पैदा की जाती है. कांग्रेस इसके विरोध में है.’
यह भी पढ़ें: रुपये में गिरावट निर्यात के लिए ठीक है? डेटा पर नजर डालें तो पूरी तरह ऐसा लगता तो नहीं है