लखनऊ: यूपी की राजनीति में कहा जाता है बसपा सुप्रीमो मायावती के अगले कदम की जानकारी किसी को नहीं होती. वह अपने विरोधियों को भी चौंकाती रही हैं. हाल ही में चर्चा में आए भतीजे आकाश को वह बीएसपी मूवमेंट की अगुवाई सौंपने के पक्ष में दिख रही हैं. गुरुवार को मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके भतीजे के सूट-बूट की खबरें प्रकाशित कर सस्ती राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है. वह इससे डरने वाली नहीं, बल्कि अब भतीजे आकाश को पूरे समर्पण व जोर-शोर से बीएसपी मूवमेंट में शामिल करेंगी.
आखिर क्यों चर्चा में आ गया ‘भतीजा’
दरअसल इन दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती के आस-पास हर तस्वीर में उनके भतीजे को देखा जा रहा था. चाहे आरजेडी उपाध्यक्ष तेजस्वी यादव द्वारा मायावती से मुलाकात के बाद की गई प्रेस ब्रीफिंग हो या सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा माया को जन्मदिन पर गुलदस्ता देते हुए खिंचवाई गई तस्वीर. सतीश मिश्रा के अलावा उनका भतीजा हर फ्रेम में दिख रहा है. सोशल मीडिया व अखबारों में इस युवा को लेकर काफी चर्चाएं होने लगीं जिसको लेकर मायावती आहत दिखीं.
फोटो वायरल होते ही मीडिया पर बरसीं माया
उन्होंने गुरुवार को एक न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘मेरी सरकार के दौरान मेरी सैंडल और चप्पल को मीडिया में दिखाते थे और अब वह आकाश की भी चप्पल के दाम दिखाए जा रहे हैं। दाम ऐसे बता रहे हैं जैसे मीडिया वालों ने ही खरीद कर दिया हो। उन्हें भूलना नहीं चाहिए कि मैं मायावती कांशी राम जी की शिष्या हूं और वह मीडिया को कैसे मुंह तोड़ जवाब देते थे सबको पता है। मैं भी पीछे नहीं हटूगीं और उन्हीं के अंदाज में मुंह तोड़ जवाब दूंगी। और अगर उन्हें लगता है कि मेरे भतीजे के खिलाफ सस्ती और घिनौनी साजिश करने से मैं डर जाऊंगी और किनारे लगा दूंगी तो गलत है। मैं अब आकाश को बसपा के मूवमेंट में और समर्पण के साथ लगाऊंगी।’
जानें कौन है आकाश
आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटा हैं. हमेशा से माना जाता रहा है कि मायावती को अपने इस भाई आनंद से खास लगाव है. यहां तक की कुछ महीने पहले मायावती ने उनको पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बना दिया था. हालांकि बाद में उनसे पद छुड़वा दिया गया लेकिन अब उनके बेटे आकाश को राजनीति में उतारने की तैयारी चल रही हैं.
साल 2017 में मेरठ में हुई बीएसपी की रैली में पहली बार आनंद को मायावती के साथ मंच पर देखा गया था. वहां मायावती ने आकाश का परिचय करवाया था.
बुआ सिखा रहीं हैं राजनीति का ककहरा
आकाश इन दिनों अपनी ‘बुआ’ के क्षत्र-छाया में राजनीति का ककहरा सीख रहे हैं. सूत्रों की मानें तो आकाश जल्द ही बसपा के युवा चेहरे बन सकते हैं. फिलहाल तो वह सतीश मिश्रा के साथ चुनाव के लिए रणनीति बनाने का काम देख रहे हैं. सूत्रों की मानें तो जल्द ही उन्हें संगठन में आधिकारिक तौर पर पद भी दिया जा सकता है.
पिछले दिनों लखनऊ के होटल ताज में हुई सपा-बसपा की साझा प्रेस काॅन्फ्रेंस के दौरान भी आकाश मौजूद थे. लखनऊ में मायावती के जन्मदिन के कार्यक्रम में आनंद लगातार मायावती के साथ ही थे. अखिलेश यादव जब मायावती के घर पहुंचे और शॉल व फूल भेंट किया तब भी मायावती के बगल में आकाश थे.
सूत्रों की मानें तो आकाश ने लंदन से मैनेजमेंट की पढ़ाई की है. कोर्स खत्म कर भारत लौटने के बाद से लगातार मायावती के साथ बने हुए हैं.
तो परिवार का सदस्य ही संभालेगा विरासत!
हालांकि मायावती ने कह रखा है कि उनकी फैमिली का कोई भी शख्स उनकी विरासत संभालने नहीं आएगा. लेकिन जब आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद दिया गया तो लगा कि वादा टूट गया. आनंद की विदाई के बाद अब आकाश का आगमन हुआ है. यूपी में बसपा से जुड़े सूत्र तो उन्हें बसपा का युवा चेहरा भी बता दे रहे हैं. मायावती के बयान के बाद अब इसकी संभावनाएं बढ़ गई हैं.