मुंबई, 17 अक्टूबर (भाषा) शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव से अपने उम्मीदवार को यह महसूस करने पर हटा लिया कि वह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की उम्मीदवार के खिलाफ हार जाएंगे।
पात्रा चॉल पुनर्विकास मामले के आरोपी राउत ने विशेष अदालत परिसर में कुछ पत्रकारों और अपने समर्थकों से बात की। पात्रा चॉल मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है।
शिवसेना सांसद को उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर विशेष न्यायाधीश एमजी देशपांडे के समक्ष पेश किया गया था। राउत की हिरासत को मंगलवार तक के लिए बढ़ा दिया गया।
जमानत की सुनवाई में शामिल होने के बाद राउत ने अदालत परिसर में अपने समर्थकों और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की।
शुरुआत में, वह पत्रकारों से बात करने से कतरा रहे थे और कह रहे थे कि उन्हें बोलने की अनुमति नहीं है, क्योंकि वह न्यायिक हिरासत में हैं।
भाजपा के फैसले के बारे में पूछे जाने पर राउत ने दावा किया, “भाजपा ने एक सर्वेक्षण किया था, जिसमें कहा गया था कि उनके उम्मीदवार (मुरजी पटेल) कम से कम 45,000 मतों से उपचुनाव हार जाएंगे। यही कारण है कि उन्होंने नाम वापस लेने का फैसला किया।”
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे द्वारा उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को रविवार को एक पत्र लिखने के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, “यह सब स्क्रिप्टेड (तयशुदा) है।”
इससे पहले दिन में भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि उनकी पार्टी ने अंधेरी पूर्व उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, “भाजपा ने पहले भी कुछ उपचुनाव नहीं लड़े थे।” उन्होंने कहा कि मुरजी पटेल चुनाव जीत जाते।
सोमवार को अपना नामांकन वापस लेने वाले पटेल के सामने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े की ऋतुजा लटके मुख्य प्रतिद्वंद्वी थीं।
इस साल मई में शिवसेना विधायक रमेश लटके की मृत्यु के कारण अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
भाषा
प्रशांत दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.