नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदाय के लोगों को आरक्षण देने का वादा किया. उन्होंने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में अनुच्छेद-370 हटने के बाद ही यह संभव हो सका है.
राजौरी में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘क्या आदिवासी आरक्षण अनुच्छेद-370 और 35ए के रहते हुए संभव हो पाता? इसके हटने से अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों और पहाड़ियों को उनके अधिकार मिलेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर की आज की रैली में ‘मोदी, मोदी….’के नारे, यह उन लोगों को जवाब है जो कहते थे कि अनुच्छेद-370 के हटने से आग लग जाएगी और हर तरफ खून बहेगा.’
शाह ने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि तीन पीढ़ियों तक तीन परिवारों ने लोकतंत्र को कमजोर किया. उन्होंने कहा, ’70 सालों तक जम्मू-कश्मीर पर तीन परिवारों ने राज किया और इन्हीं तीनों परिवारों तक लोकतंत्र सीमित था. क्या आपको ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत के अधिकार मिले?’
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में पंचायत चुनाव हुए. शाह ने कहा कि हिंसा खासकर पत्थरबाजी अब घाटी में समाप्ति के कगार पर है. उन्होंने कहा, ‘मोदीजी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सशक्त बनाने का काम किया है.’
शाह केंद्रशासित प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं जहां वह विकास की कई योजनाओं को लांच करेंगे और बुधवार को श्रीनगर में होने वाली एक बैठक में सुरक्षा के हालातों का जायजा लेंगे. इस उच्चस्तरीय बैठक में लेफ्टिनेंट गवर्नल मनोज सिन्हा, सेना के शीर्ष अधिकारी, अद्धसैनिक बलों के अधिकारी, राज्य पुलिस और प्रशासन से जुड़े अधिकारी शामिल होंगे.
वहीं दोपहर में शाह बारामुला में एक रैली को संबोधित करेंगे.
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