नई दिल्लीः सुरक्षा बलों ने जम्मू और कश्मीर में अफगान युद्ध के सरगना आतंकी अब्दुल रशीद गाज़ी को खोजने के लिए एक अभियान की शुरुआत की है. सेना का मानना है कि पिछले महीने वह पाकिस्तान से कश्मीर में घुसा है.
सुरक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि गाज़ी को जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अज़हर ने अपने भतीजे उस्मान और तल्हा रशीद की हत्या का बदला लेने के लिए भेजा है, जिनको सुरक्षा बलों ने मार डाला था. साथ ही और स्थानीय लोगों के प्रशिक्षण के लिए भेजा है. सूत्रों के अनुसार गाज़ी इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी) का एक्सपर्ट है और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर (पीओके) में ‘जेईएम’ का प्रमुख ट्रेनर है.
माना जाता है कि वे जम्मू कश्मीर में 9 दिसम्बर को दो अन्य आतंकियों के साथ घुसे थे. सूत्रों का मानना है कि वह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में छिपा है.
सूत्रों के अनुसार, ‘गाज़ी एक दक्ष ट्रेनर है, जिस पर स्थानीय आतंकियों को ट्रेनिंग और उस्मान व रशीद की हत्या का बदला लेने की ज़िम्मेदारी है.
एक दूसरे सूत्र के अनुसार, ‘पहले की तरह नहीं जब स्थानीय लड़कों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में ट्रेनिंग दी जाती थी. अब वो ऐसा नहीं कर सकते जब वे हथियार बिना किसी विधिवत ट्रेनिंग के उठाते हैं. गाज़ी एलओसी के पार एक मुख्य ट्रेनर है, जो ट्रेनिंग कराने के लिए यहां आ रहा है.
अजहर के भतीजे की मौत
अज़हर के दो भतीजों में राशीद को 7 नवम्बर 2017 को कश्मीर के पुलवामा ज़िले में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. इस अभियान में 44 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान की भी मौत हो गई थी.
सुरक्षा बलों ने रशीद से अमेरिका निर्मित एम4 बंदूक भी बरामद की थी. यह पहली बार था जब पाकिस्तानी स्पेशल फोर्स के इस्तेमाल में आने वाली एम4 बंदूक कश्मीर में बरामद की गई.
माना जाता है कि उस्मान सुरक्षा बलों पर हमले के लिए ज़िम्मेदार था. पिछले साल 31 अक्टूबर को त्राल में एक मुठभेड़ में वो मारा गया था.,
सुरक्षा बलों ने एक बार फिर से एम4 राइफल उसके कब्जे से बरामद किया. उनका मानना है कि इसे हमले के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
कथित तौर पर जश-ए-मोहम्मद ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें दावा किया था कि वह कश्मीर में कुछ समय से स्नाइपर हमलों का मुख्य कर्ता-धर्ता है.