सॉसनॉवी बोर (रूस), 13 सितंबर (भाषा) रूस के रोसाटॉम ग्रुप ने कहा है कि वह भारत के ‘बेहद संभावनाशील’ बाजार में विभिन्न अवसरों पर गौर कर रहा है जिनमें नवीकरणीय एवं कार्बन फाइबर क्षेत्र भी शामिल हैं।
रोसाटॉम-इंटरनेशनल नेटवर्क के अध्यक्ष वादिम तितोव ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि उनका ग्रुप नाभिकीय औषधि, विकिरण प्रौद्योगिकी और ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में भी संभावनाओं की तलाश कर रहा है।
नाभिकीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रोसाटॉम तमिलनाडु के कुडनकुलम में एक नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र का विकास कर रही है। इस संयंत्र में छह परमाणु रिएक्टर होंगे जिनमें से प्रत्येक की स्थापित क्षमता 1,000 मेगावॉट की होगी। इनमें से दो रिएक्टर शुरू भी हो चुके हैं।
तितोव ने कहा, ‘‘रोसाटॉम सिर्फ नाभिकीय ऊर्जा ही नहीं बल्कि सहयोग के अन्य संभावनाशील क्षेत्रों पर भी गौर कर रही है। हम अपने भारतीय साझेदारों के साथ कार्बन फाइबर और पवन ऊर्जा जैसे अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग की संभावना तलाशकर खुश होंगे।’’
तितोव की अगुवाई वाली रोसाटॉम इंटरनेशनल इस समूह की अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों को समर्थन देता है और नए कारोबारी अवसरों की तलाश करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से भारत का बाजार काफी संभावनाशील है। हमारे लिए ऊर्जा क्षेत्र में भारतीय सहयोगियों के साथ काम करने का मौका मिलना बेहद सम्मान की बात है।’’
उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी अपने विदेशी साझेदारों को ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी प्रौद्योगिकी भी मुहैया करा सकती है। हालांकि, उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी।
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