नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) डिश टीवी के लिए वित्त वर्ष 2021-22 आसान साल नहीं था और इस दौरान उसे ‘‘कॉरपोरेट तथा व्यावसायिक, दोनों मोर्चे पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा।’’ कंपनी के समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनिल कुमार दुआ ने डिश टीवी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में यह बात कही है।
दुआ ने कंपनी के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कठिनाइयों के बावजूद कंपनी ने समय के साथ चलना जारी रखा और वह भारत में कंटेंट (सामग्री) डिलिवरी क्षेत्र में सबसे प्रासंगिक कंपनियों में शुमार होने को लेकर आशावादी है।’’
कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक यस बैंक लिमिटेड (वाईबीएल) और इसके चेयरमैन जवाहर लाल गोयल की अगुवाई में प्रवर्तक परिवार के बीच कानूनी लड़ाई देखी गई। यह कानूनी लड़ाई कंपनी के बोर्ड में प्रतिनिधित्व को लेकर थी।
वाईबीएल की डिश टीवी में 24 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है और वह कंपनी बोर्ड के पुनर्गठन तथा कुछ अन्य व्यक्तियों सहित गोयल को हटाने पर जोर दे रही थी।
डिश टीवी के शेयरधारकों ने 30 दिसंबर, 2021 को आयोजित एजीएम में वित्तीय विवरणों को मंजूरी देने और अशोक मथाई कुरियन को निदेशक के रूप में फिर से नियुक्त करने सहित सभी तीन प्रस्तावों को खारिज कर दिया था।
पहले से चल रहे मुकदमों के कारण डिश टीवी ने अपनी 33वीं एजीएम में मतदान का परिणाम घोषित नहीं किया था। बाद में इसे पूंजी बाजार नियामक सेबी के निर्देश के बाद जारी किया गया।
भाषा पाण्डेय अजय
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