नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) चर्चा में आए बगैर चुपचाप रहकर काम करना पसंद करने वाले उद्योगपति साइरस मिस्त्री अपेक्षाकृत कम उम्र में ही कॉरपोरेट जगत की ऊंचाइयों पर पहुंच गए थे। वह मृदुभाषी होने के साथ स्पष्टवादी भी थे। रविवार को महाराष्ट्र के पालघर में हुए सड़क हादसे में उनका असामयिक निधन हो गया। उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ अहम तथ्य इस प्रकार हैं…
– टाटा समूह की प्रतिनिधि कंपनी टाटा संस के वह छठे और सबसे युवा चेयरमैन रहे। जब वर्ष 2012 में वह चेयरमैन बने तो उनकी उम्र सिर्फ 44 साल थी। – टाटा परिवार के बाहर के वह सिर्फ दूसरे व्यक्ति थे जो टाटा संस के चेयरमैन बने। – मिस्त्री ने टाटा संस के बोर्ड में अपने पिता पलोनजी शापूरजी की जगह ली थी जिनके पास इस कंपनी में 18.5 प्रतिशत की सर्वाधिक एकल हिस्सेदारी थी। वह टाटा पावर और टाटा एलेक्सी के बोर्ड में भी निदेशक के पद पर रहे। – टाटा संस के चेयरमैन के तौर पर मिस्त्री ने लाभपरकता और टिकाऊपन पर जोर दिया। उन्होंने गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों से छुटकारा पाने के लिए कई कदम उठाए जिनमें कुछ विदेशी इकाइयों की बिक्री एवं बंदी भी शामिल है। – टाटा संस का चेयरमैन बनने के पहले वह अपने परिवार के शापूरजी पलोनजी समूह के प्रबंध निदेशक थे। उन्होंने 1991 में निर्माण कंपनी शापूरजी पलोनजी एंड कंपनी के निदेशक के तौर पर पारिवारिक व्यवसाय में कदम रखा था। – मिस्त्री की अगुआई में शापूरजी पलोनजी का निर्माण कारोबार दो करोड़ डॉलर से बढ़कर 1.5 अरब डॉलर हो गया था। – मुंबई में चार जुलाई, 1968 को जन्मे साइरस मिस्त्री एक आयरिश नागरिक थे। उनकी मां आयरलैंड की रहने वाली थीं। – मृदुभाषी होने के साथ स्पष्टवादी मिस्त्री को गोल्फ खेलना और किताबें पढ़ना पसंद था। – मिस्त्री की बहन अलू की शादी नोएल टाटा से हुई है जो रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। भाषा प्रेम प्रेम मानसीमानसी
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