दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के फीचर कार्टून में, कीर्तिश भट्ट झारखंड में चल रहे राजनीतिक संकट पर टिप्पणी कर रहे हैं, जहां यूपीए सरकार ने बीजेपी द्वारा कथित खरीद फरोख्त रोकने के लिए विधायकों को कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ भेज दिया. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कथित तौर पर चुनावी कानूनों का उल्लंघन करने के लिए विधायक के रूप में अयोग्य हो सकते हैं. कार्टून में, एक राजनेता को यह कहते हुए देखा जा सकता है- ‘जीतने के तुरंत बाद विधायकों को जीपीएस लगाया जाना चाहिए क्योंकि इससे ट्रैकिंग आसान हो जाती है.’
आर. प्रसाद ने आम आदमी पार्टी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय ने सोमवार को मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सरकारी स्कूलों में 2014-15 के बाद से सरकारी स्कूलों में ‘नामांकन में गिरावट और अनुपस्थिति में वृद्धि’ पर जवाब मांगा, जबकि शिक्षा खर्च में बढ़ोतरी हुई थी.
सतीश आचार्य ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफे का जिक्र किया है जिसमें उन्होंने पार्टी के पतन के लिए गांधी परिवार को जिम्मेदार ठहराया है.
संदीप अध्वर्यु तंज कर रहे हैं कि कैसे नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स के विध्वंस के कारण पर्यावरणीय क्षति को नुकसान पहुंचा है.
नाला पोनप्पा गणेश चतुर्थी उत्सव के अंत में होने वाले मूर्ति विसर्जन का संदर्भ देते हुए कर्नाटक में बाढ़ की स्थिति पर टिप्पणी कर रहे हैं.
(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)