नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने पहली बार मीडिया से बातचीत की और पार्टी में उनको लेकर चल रही बयानबाजी पर दुख जताया.
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘पत्र (जी 23) लिखने के पहले और इसके लिखने के छह दिन बाद तक मैं सोया नहीं था. जिस पार्टी को मैंने खून दिया है. ये जो लोग आज वहां हैं. कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा वाले आज हमारा मुकाबला करते हैं. उनको अपने घर का पता नहीं और हमारे को सवाल करते हैं. उनमें से 90 फीसदी पैदा नहीं हुए थे. वे हमें सवाल करते हैं.’
उन्होंने कहा कि, ‘मुझे अफसोस होता है कि कांग्रेस में ऐसे प्रवक्ता हैं, जिनको हमारे बारे में मालूम नहीं. सीनियर लोगों को हमारे खिलाफ जबर्दस्ती बुलवाया जाता है. क्योंकि वे हमारा इतिहास जानते हैं.’
#WATCH | Ghulam Nabi Azad says, "I didn't sleep for 6 days before and after writing the letter (G23) because we gave blood for the party. People there today are useless…It's saddening that Congress has such spokesmen who don't even know about us…" pic.twitter.com/3b5C29zSDo
— ANI (@ANI) August 29, 2022
गुलाम नबी आज़ाद कहते हैं, ‘सोनिया गांधी के लिए मेरा सम्मान 30 साल पहले जैसा है, राहुल गांधी के लिए सम्मान वही है. व्यक्तिगत रूप से, मैं उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करता हूं. हमने उन्हें एक सफल नेता बनाने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है ..’
#WATCH | "I thought PM Modi to be a crude man but he showed humanity," says Ghulam Nabi Azad pic.twitter.com/LhVHopvdhe
— ANI (@ANI) August 29, 2022
वहीं मोदी को बारे में आजाद ने कहा कि मोदी ने जो भाषण दिया उसे मैंने पढ़ा. वह मुझे लेकर एक घटना के बारे में बात किए थे. शुक्र करिए की मैं मोदी को समझता था कि बड़ा क्रूड आदमी है. शादी नहीं की है, बच्चे नहीं है, बीवी नहीं है. उन्हें कोई परवाह नहीं होगा. लेकिन कम से कम उन्होंने इंसानियत तो दिखाई.
आजाद ने कहा, ‘जब मैं कश्मीर में मुख्यमंत्री था और गुजरात की टूरिस्ट बस पर विस्फोट में लोग मारे गए. उस समय मैं रो रहा था. मोदी ने फोन किया था. मेरे ऑफिस के लोग मुझे फोन दे रहे थे मैंने नहीं लिया. लेकिन वह मेरे रोने की आवाज सुन लिए. जिस पर उन्होंने अपना दुख जताया था.’
गौरतलब है कि हाल में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्ट की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था, जिसको लेकर पार्टी के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश समेत नेताओं ने उन पर निशाना साधा था.
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