नई दिल्ली: पार्टी को छोड़ने पर कांग्रेस गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधा है साथ ही उनकी आलोचना की है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने उनके डीएनए को मोदी-फाइड बताया है.
कांग्रेस महासचिव प्रभारी संचार जयराम रमेश ने शुक्रवार को पार्टी छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधते हुए कहा कि आजाद ने कांग्रेस को धोखा दिया है क्योंकि उनका डीएनए ‘मोदी-फाइड’ है.
रमेश ने ट्विटर पर कहा, ‘एक व्यक्ति जिसे कांग्रेस नेतृत्व द्वारा सबसे अधिक सम्मान के साथ व्यवहार किया गया है, उसने अपने शातिर निजी हमलों से धोखा दिया है जो उसके असली चरित्र को दिखाता है.’
इस बीच कांग्रेस नेता पवन खेरा ने कहा कि जो चुनौतियां पार्टी द्वारा सामना की जा रही हैं उसे आजाद जैसे नेताओं ने पैदा की हैं.
खेरा ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, ‘जब वह सभी निर्णय ले रहे थे, तो वह गर्व से कोर ग्रुप से जुड़े थे. अब, जब अन्य निर्णय ले रहे हैं, तो वह उन्हें चाटुकार कहते हैं. आज कांग्रेस जिन चुनौतियां का सामना कर रही है यह उनके जैसे नेताओं की वजह से हैं.’
दिग्गज कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को राहुल गांधी की ‘अपरिपक्वता’ का हवाला देते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया, जिन पर उन्होंने पार्टी में ‘परामर्श तंत्र को ध्वस्त करने’ का आरोप लगाया था.
पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पेज के एक कठिन नोट में, आज़ाद ने दावा किया कि एक मंडली पार्टी चलाती है, जबकि वह सिर्फ एक नाममात्र की मुखिया थीं और सभी बड़े फैसले ‘श्री राहुल गांधी या बल्कि उनके सुरक्षा गार्डों और पीए द्वारा लिए जाते हैं.’
आजाद के जम्मू-कश्मीर के संगठनात्मक पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद यह घटनाक्रम सामने आया है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने की आलोचना
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद पर कई ट्वीट करके हमला किए.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता एम खड़गे ने अपने कई ट्वीट में गुलाम नबी आजाद को निशाने पर लिया और उनसे पार्टी के कामकाज पर सवाल नहीं उठाने को कहा.
खड़गे ने कहा, ‘जब कांग्रेस मुश्किल में है, अल्पसंख्यक, दलित, प्रेस, लोकतंत्र पर हमला करने वाले लोग, हमें बीजेपी-आरएसएस से एक साथ लड़ना होगा. अगर आप लड़ाई से भागते हैं, तो आप पार्टी को धोखा दे रहे हैं और मोदी द्वारा बनाए गए डर के माहौल से भाग रहे हैं.’
उन्होंने यह भी कहा कि, ‘राहुल गांधी पर हमला सही नहीं है क्योंकि आप उस परिवार के सभी सदस्यों को निजी रूप से जानते हैं. सोनिया गांधी ने हमेशा आपसे सलाह ली है. आप सीडब्ल्यूसी की बैठकों और कोर कमेटी की बैठकों का हिस्सा थे.’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आजाद को लकेर कहा, ‘यह उनके लिए नुकसान होगा क्योंकि वह आरएसएस के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारे साथ नहीं हैं. मैं दुखी हूं. उन्हें अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए.’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के समर्थन में जम्मू-कश्मीर के पांच नेताओं ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है.
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