नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी एवं ऐक्टिविस्ट एडवोकेट प्रशांत भूषण ने रफाल सौदे पर प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. उन्होंने रफाल सौदे की न्यायालय की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की थी. उस पर आये फैसले से आहत होकर प्रेस विज्ञप्ति जारी की.
उन्होंने इस प्रेस नोट में कहा, हम हैरान है कि फैसला कैग रिपोर्ट के गलत तथ्य पर दिया गया है और कोर्ट ने मुकेश अंबानी की कंपनी को अनिल अंबानी की मूल कंपनी मान लिया है.
रफाल सौदे में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद प्रशांत भूषण ने फैसले को गलत बताया. और कहा हम बस इस पूरे मामले की जांच चाहते थे. ‘ऐसे संकेत थे की मामले में गड़बड़ियां हुई हैं और उसकी जांच होनी चाहिए.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस यात्रा के दौरान 10 अप्रैल 2015 को भारत और फ्रांस के बीच इस विमान की खरीद को लेकर समझौता किया था. इस समझौते में भारत ने जल्द से जल्द 36 राफेल विमान फ्लाइ-अवे यानी उड़ान के लिए तैयार विमान हासिल करने की बात कही थी.