नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) क्रिप्टो कारोबार बाजार वजीरएक्स की प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लांड्रिंग जांच और उसके बाद उसके प्रवर्तकों के बीच विवाद ने क्रिप्टोकरेंसी के ‘स्याह पहलू’ को उजागर किया है। एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने बृहस्पतिवार को यह कहा।
उन्होंने कहा कि लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि क्रिप्टो करेंसी और तथाकथित एक्सचेंज के जरिये होने वाले कारोबार को नियंत्रित करने के लिये फिलहाल कोई नियम-कानून नहीं है, ऐसे में उन्हें इसको लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है।
सूत्र ने कहा, ‘‘क्रिप्टो में कारोबार करने वाले लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। वजीरएक्स के मामले में, लोगों को कई गड़बड़ियों का पता चला। इसको देखते हुए क्रिप्टो लेनदेन में सावधानी आवश्यक है।’’
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) वजीरएक्स के खिलाफ मनी लांड्रिंग के आरोपों की जांच कर रहा है।
एजेंसी ने चीनी कोष के ‘समर्थन’ से धोखाधड़ी में शामिल स्मार्टफोन-आधारित ऋण ऐप के खिलाफ चल रही मनी लांड्रिंग जांच के तहत 64.67 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि को जब्त किया है।
ईडी की कार्रवाई के कुछ दिन के भीतर, वैश्विक क्रिप्टो करेंसी मंच बाइनेंस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) चांगपेंग झाओ और वजीरएक्स के सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी के बीच एक सार्वजनिक विवाद छिड़ गया।
भाषा रमण अजय
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