बर्मिंघम: भारतीय मुक्केबाजों ने रविवार को खास बना दिया. तीनों मुक्केबाज नीतू गंघास और अमित पंघाल और निखत जरीन ने भारत के लिए गोल्ड जीता. नीतू ने कहा कि मैंने स्वर्ण पदक जीता और मेरे देश का तिरंगा सबसे ऊपर लहरा रहा है, इससे बहुत खुशी हो रही है.
निखत जरीन ने 48-50 किलो फ्लाईवेट कटेगरी में गोल्ड जीता है. इसके साथ ही एक ही दिन में भारत की झोली में बॉक्सरों ने तीन गोल्ड दे दिए. इससे पहले कुश्ती में भारत को 3 गोल्ड मिले.
#CommonwealthGames2022 | India boxer Nikhat Zareen wins Gold in 48-50 Kg flyweight category pic.twitter.com/nT7YhDGwk3
— ANI (@ANI) August 7, 2022
इन दोनों मुक्केबाजों ने अपने मुकाबलों के फाइनल में मेजबान देश इंग्लैंड के प्रतिद्वंद्वी को पराजित किया.
मैंने स्वर्ण पदक जीता और मेरे देश का तिरंगा सबसे ऊपर लहरा रहा है, इससे मैं बहुत खुशी हो रही है। मैं यह सोच कर गई थी कि मुझे अपने प्रतिद्वंदी को नियंत्रण में रखना है क्योंकि बॉक्सिंग में हर राउंड आखिरी राउंड होता है। मैं इस पदक को पूरे देश को समर्पित करना चाहती हूं: नीतू गंगस pic.twitter.com/p46I5u3lu2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2022
पंघाल ने इस तरह पिछले चरण के रजत पदक का रंग बेहतर किया. उन्होंने पुरुषों के फ्लाईवेट (48-51 किग्रा) वर्ग में यूरोपीय चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता मैकडोनल्ड कियारान को 5-0 के अंतर से मात दी.
सबसे पहले रिंग में उतरी नीतू ने महिलाओं के मिनिममवेट (45-48 किग्रा) वर्ग के फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता रेस्जटान डेमी जेड को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया.
विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पंघाल अपने छोटे कद के बावजूद मुकाबले में दोनों मुक्केबाजों में बेहतर दिखायी दिये.
राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण में ही नीतू ने गजब का आत्मविश्वास दिखाया और फाइनल में भी वह इसी अंदाज में खेली जैसे पिछले मुकाबलों में खेली थीं.
उन्होंने पूरे नौ मिनट तक मुकाबले के तीनों राउंड में नियंत्रण बनाये रखा और विपक्षी मुक्केबाज को कहीं भी कोई मौका नहीं दिया.
नीतू ने तेज तर्रार, सटीक मुक्कों से प्रतिद्वंद्वी को चारों खाने चित्त कर दिया.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)