मुंबई, चार अगस्त (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के तहत समय से पहले निकासी पर भुगतान रुपये में किया जाएगा।
वहीं परिपक्वता अवधि पूरी होने पर जमाकर्ता भौतिक सोने का विकल्प चुन सकते हैं।
स्वर्ण मौद्रीकरण योजना नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी। इस योजना का मकसद परिवारों और संस्थानों के पास सोने को निकालना और उसे उत्पादक उद्देश्य में लगाना है। दीर्घावधि में इससे देश की पीली धातु के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी।
रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘परिपक्वता पर निकासी की स्थिति में जमाकर्ता के पास विकल्प चुनने का अधिकार होगा। वह इसे रुपये या सोने किसी में भी प्राप्त कर सकता है। वहीं समय से पहले निकासी पर भुगतान रुपये में ही होगा।
भाषा जतिन अजय
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