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Thursday, 21 November, 2024
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शिवराज सरकार 15 साल रही, काम करने का मौका पांच ही साल मिला: मोदी

प्रधानमंत्री ने झाबुआ में कहा, कांग्रेस ने किसानों के नाम पर अपनों के कर्ज माफ किए, किसानों को प्रमाणपत्र नहीं दिए. यह देशद्रोह, किसानद्रोह जैसा है.

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रीवा/झाबुआ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह चुनाव कांग्रेस के 55 साल के शासन और भारतीय जनता पार्टी के पांच साल के शासन में हुए विकास की तुलना का चुनाव है.

मोदी ने कहा, ‘जनता जनार्दन ने भाजपा को तो 15 साल दिए, मगर दिल्ली में 10 साल मैडम की रिमोट कंट्रोल वाली सरकार रही और शिवराज सरकार का 10 साल का समय राज्य के हित की लड़ाई लड़ने में निकल गया.’

पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में रीवा और झाबुआ में जनसभाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दोनों जगह कांग्रेस और उसकी सरकारों पर जमकर हमला बोला.


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मोदी ने रीवा की जनसभा में कहा, ‘यह चुनाव किसी उम्मीदवार, दल के लिए नहीं, बल्कि राज्य के भविष्य का चुनाव है. बुजुर्गों को कांग्रेस के शासनकाल के हालात याद होंगे, बिजली आती नहीं थी, लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिलती थीं. अब हालात बदले हैं, नौजवान पीढ़ी के भविष्य का चुनाव है. गरीब का सहारा तो सरकार होती है, अमीर के लिए तो हर सुविधा निजी तौर पर मिल जाती है, इसलिए हमारा मंत्र है कि सरकार गरीबों के लिए होना चाहिए, सरकार सामान्य वर्ग के लिए होना चाहिए, जरूरतमंद के लिए होना चाहिए, हमने यह कोशिश की है और सरकार यह काम पूरा कर रही है.’

राज्य में भाजपा की सरकार और हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘वैसे तो जनता जनार्दन ने भाजपा की सरकार को 15 साल दिए, मगर वास्तव में पांच साल ही हुए है, क्योंकि 10 साल तक दिल्ली में मैडम के रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थी, जिससे लड़ने में ही शिवराज सरकार का समय गुजर गया. राज्य के नागरिकों के हक के लिए शिवराज को हर पल लड़ाई लड़नी पड़ी. पानी की परियोजना हो या बिजली की परियोजना हर चीज में रुकावट डालती थी. सच्चे तौर पर तो भाजपा को खुले तौर पर काम करने का साढ़े चार साल का मौका मिला है, जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी.’

मोदी ने आगे कहा कि जब खुले तौर पर साढ़े चार साल काम करने का मौका मिला, फिर भी प्रदेश को कहां से कहां पहुंचाया, अगर वास्तव में भाजपा को 15 साल काम करने का मौका मिला होता तो आपके सपनों का प्रदेश बन गया होता, अब भी वक्त है, दिल्ली में ऐसी सरकार है, जिसके लिए सवा सौ करोड़ के देशवासियों का परिवार है.

प्रधानमंत्री ने इससे पहले झाबुआ में एक चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस ने किसानों के नाम पर अपनों के कर्ज माफ कर दिए और सवा करोड़ किसानों को प्रमाणपत्र ही नहीं दिए, जिससे उनकी मुसीबत बढ़ गई. कांग्रेस का यह काम देशद्रोह, किसानद्रोह जैसा है.

मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने वर्ष 2008 में किसानों के कर्ज माफ करने का ऐलान किया था, यह ऐलान वर्ष 2009 के चुनाव से पहले था. चुनाव हुए और सत्ता में आने के बाद कांग्रेस भूल गई. उस समय किसानों पर छह लाख करोड़ का कर्ज था, मगर 60 हजार करोड़ रुपये का भी कर्ज माफ नहीं किया और जो कर्ज माफ किया भी गया, तो वह उनके यार-दोस्तों का था, यह बात सीएजी ने पकड़ी.


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मोदी ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आ गई और उनके दरबारियों ने बोलना बंद कर दिया, कांग्रेस के काल में टूजी, कोयला, स्पेक्ट्रम जैसे कई बड़े-बड़े घोटाले हुए थे. इस कारण किसान कर्जमाफी में हुआ घोटाला खुल नहीं पाया था. अब वह घोटाला भी सामने आ रहा है.

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जो कर्ज माफ किया था, उसमें 30 से 40 लाख ऐसे लोग थे, जिनकी कर्जमाफी का कारण ही नहीं बनता था. इनमें उनके यार-दोस्त भी थे. यह सीएजी ने पकड़ा तो सवा करोड़ किसानों को कर्जमाफी का प्रमाणपत्र ही नहीं दिया, इसका परिणाम यह हुआ कि इन किसानों को जिंदगी भर कर्ज मिलने से मनाही हो गई. उसकी तो जिंदगी तबाह हो गई.

मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस के झूठे वादे, झूठे तरीके देशद्रोह जैसा काम, किसानद्रोह और भविष्यद्रोह जैसा था, जो माफ नहीं किया जा सकता.

प्राानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, कर्नाटक में चुनाव से पहले कांग्रेस ने कर्ज माफ करने का वादा किया था. चुनाव के बाद वहां कर्ज माफ होना तो दूर किसानों के नाम पर गिरफ्तारी के वारंट जारी हो रहे हैं. वहां के किसान घर छोड़कर भाग गए हैं. इतना ही नहीं, जब किसान आंदोलन करने सड़क पर उतरे तो उन्हें गुंडा बताया जा रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस काल की कर्ज योजना पर तंज कसते हुए कहा कि वह (कांग्रेस) मुर्गी और अंडे तक सीमित थे और भाजपा ने बड़ा बदलाव लाते हुए 14 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत कर्ज दिया है. इनमें 70 फीसदी वे लोग हैं, जिन्होंने पहली बार बैंक से कर्ज लिया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के काल में आदिवासियों को कर्ज देने के लिए मेले लगाए जाते थे और उन्हें मुर्गी तथा उससे होने वाले अंडों के सपने दिखाए जाते थे, इतना ही नहीं जिसे कर्ज मिलता था, उसी के घर पहुंचकर बाबू लोग पार्टी मनाकर कर्ज में ली गई मुर्गी को कटवा देते थे. आदिवासी पर कर्ज बना रहता था और सपने पूरे नहीं होते थे.

मोदी ने कांग्रेस के काम करने की शैली पर चुटकी ली और कहा कि जो काम वे चार पीढ़ी में नहीं कर पाए, वह वर्तमान सरकार ने चार साल में कर दिखाया है.

उन्होंने कांग्रेस पर आदिवासियों को छलने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में गरीब, आदिवासियों को झूठे सपने दिखाए जाते थे. उन्हें गुमराह किया जाता था. आजादी के इतने वर्षों के बाद भी कांग्रेस की सरकारें आदिवासियों का भविष्य नहीं बदल पाईं.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पहले मिट्टी की सड़कों के लिए ही मान-मनौव्वल होती थी. लेकिन भाजपा की सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का काम शुरू किया. अब क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि, सरपंच आते हैं तो वे सिगल रोड को डबल करवा दो, हमारे गांव में दूसरी तरफ से भी पक्की सड़क बनवा दो की मांग करते हैं. जब कांग्रेस की सरकारों में गांव के सरपंच आते थे तो वे मिट्टी खोदने का काम मांगते थे.’

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, ‘कांग्रेस की सरकारों में सिचाई परियोजनाओं के कई बड़े प्रोजेक्ट अटके थे, लेकिन हमने मध्यप्रदेश में ऐसी 15 बड़ी सिचाई परियोजनाएं शुरू की. देशभर में ऐसी 100 परियोजनाएं अटकी पड़ी हुई थीं.’

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