नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत गठित नेटवर्क योजना समूह ने तीन रेल परियोजनाओं की सिफारिश की है।
ये परियोजनाएं हैं… गोरखपुर कैंट-वाल्मीकिनगर, कटिहार-मुकुरिया, कटिहार-कुमेदपुर रेल लाइन का दोहरीकरण, पचोरा-जामनेर का गेज परिवर्तन और बोडवाड़ तक इसका विस्तार।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘ये तीनों परियोजनाएं सुदूर क्षेत्रों में माल ढुलाई की तेजी से आवाजाही सुनिश्चित करने की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। ये ‘लॉजिस्टिक’ दक्षता तेजी से बढ़ाने के साथ उसकी लागत में कमी लाएगी।’’
बयान के अनुसार, गोरखपुर छावनी-वाल्मीकिनगर एकल रेल लाइन है। इससे माल ढुलाई प्रभावित होती है। कुल 1,120 करोड़ रुपये की लागत से इसके दोहरीकरण से ‘लॉजिस्टिक’ दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है।
कटिहार-मुकुरिया और कटिहार-कुमेदपुर खंड के दोहरीकरण से कोलकाता बंदरगाह से विराट नगर (राजस्थान) तक माल ढुलाई में मदद मिलेगी।
महाराष्ट्र में पचोरा-जामनेर परियोजना 84 किलोमीटर लंबी होगी। इसे 955 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।
यह परियोजना जलगांव और भुसावल के लिये बाइपास डबल लाइन रेल संपर्क सुविधा प्रदान करेगी। यह जेएनपीटी (जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट) से नागपुर और देश के पूर्वी क्षेत्र में तेजी से माल ढुलाई की सुविधा प्रदान करेगी।
इन सभी परियोजनाओं को पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान में शामिल किया गया है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर के माध्यम से इन परियोजनाओं को अगले पांच साल में अनुमानित लागत के भीतर पूरा करना संभव होगा।
नेटवर्क योजना समूह में रेलवे और सड़क सहित बुनियादी ढांचा से जुड़े मंत्रालयों के योजना विभाग के प्रमुख शामिल हैं।
भाषा
रमण अजय
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