नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) एचडीएफसी लि. के एचडीएफसी बैंक में विलय के बाद उसकी देनदारी बैंक को स्थानांतरित कर दी जाएगी। विलय के पहले दिन ही उन बकायों के भुगतान की जरूरत नहीं पड़ेगी। एचडीएफसी बैंक ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बही खाते के आकार के अनुसार निजी क्षेत्र के देश के सबसे बड़े बैंक में उसकी मूल कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लि. (एचडीएफसी लि.) का विलय हो रहा है।
एचडीएफसी बैंक ने कहा कि उसने एचडीएफसी लि. की देनदारी के भुगतान को लेकर कोष जुटाने की किसी भी योजना को मंजूरी नहीं दी है।
बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘प्रस्तावित विलय योजना के तहत, एचडीएफसी लि. की देनदारी बैंक को स्थानांतरित हो जाएगी। परिपक्व होने पर उस देनदारी की अदायगी बैंक करेगा।’’
एचडीएफसी बैंक को एचडीएफसी लि. की देनदारी विलय के पहले ही दिन भुगतान करने की जरूरत नहीं है। अगर संयोगवश विलय के दिन ही किसी कर्ज की अदायगी की तारीख है, तो यह अलग बात है।
निजी क्षेत्र के बैंक को एचडीएफसी लि. के स्वयं में मिलाने को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) समेत अन्य आवश्यक मंजूरियां मिल गई हैं।
दोनों वित्तीय संस्थानों ने इस साल अप्रैल में विलय की घोषणा की थी।
एचडीएफसी बैंक ने मीडिया में आई रिपोर्ट के स्पष्टीकरण में यह बात कही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विलय के अमल में आने के बाद एचडीएफसी बैंक को एचडीएफसी लि. की देनदारी के भुगतान को लेकर 2,200 अरब रुपये जुटाने की जरूरत होगी।
बैंक ने कहा कि खबर तथ्यात्मक रूप से गलत और अटकलों पर आधारित है।
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रमण अजय
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