मुंबई, तीन अगस्त (भाषा) निराशाजनक वृहत आर्थिक आंकड़ों के बाद निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई तथा अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 68 पैसे लुढ़ककर 79.21 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोरी के साथ 78.70 के स्तर पर खुला। रुपये में आगे और गिरावट आई और अंत में यह दिन के निचले स्तर 79.21 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया 11 माह में एक दिन की सर्वाधिक तेजी यानी 53 पैसे की मजबूती के साथ करीब एक माह के उच्चस्तर 78.53 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान में शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘भारत के निराशाजनक वृहत आर्थिक आंकड़ों के सामने आने से रुपये पर दबाव बढ़ गया। जुलाई में भारत का सेवा पीएमआई घटकर 55.5 रह गया, जो जून में 59.2 था, जबकि इसी अवधि के दौरान समग्र पीएमआई 58.2 से घटकर 56.6 रह गया।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत का व्यापार घाटा जून के 26.18 अरब डॉलर की तुलना में जुलाई में बढ़कर 31.02 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।’’
हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने के कारण रुपये की गिरावट पर कुछ अंकुश लगा। विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने रहे। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार उन्होंने 825.18 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत घटकर 106.19 रह गया।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.95 प्रतिशत गिरकर 99.58 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
भाषा राजेश राजेश अजय
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