नयी दिल्ली, दो अगस्त (भाषा) बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) का एकल शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष (2023-23) की जून में समाप्त पहली तिमाही में 22 प्रतिशत घटकर 561 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि, तिमाही के दौरान बैक का डूबा कर्ज घटा है, लेकिन परिचालन खर्च ऊंचा रहने की वजह से उसके मुनाफे में कमी आई है। बैंक ने मंगलवार को शेयर बाजारों को यह सूचना दी।
इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 720 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। मार्च तिमाही की तुलना में भी बैंक का शुद्ध लाभ 7.4 प्रतिशत कम रहा है।
बीओआई की कुल आय भी अप्रैल-जून तिमाही में घटकर 11,124.36 करोड़ रुपये रह गई। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक की आय 11,641.37 करोड़ रुपये थी।
आलोच्य तिमाही में बैंक का परिचालन खर्च 12 प्रतिशत बढ़कर 3,041 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले समान तिमाही में यह 2,715 करोड़ रुपये रहा था।
एकीकृत आधार पर, जून तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 11 प्रतिशत गिरकर 657.62 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 735.37 करोड़ रुपये रहा था।
चालू वित्त वर्ष की आलोच्य तिमाही में बीओआई की कुल आय भी कम होकर 11,207.57 करोड़ रुपये रह गई। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 11,709.62 करोड़ रुपये रही थी।
बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी संपत्ति की गुणवत्ता में काफी सुधार किया है।
बैंक की इस साल जून के अंत तक सकल गैर-निष्पादित अस्तियां (एनपीए) कुल ऋण के 9.30 प्रतिशत पर आ गईं। जून, 2021 के अंत तक यह 13.51 प्रतिशत थीं।
मूल्य के संदर्भ में, सकल एनपीए घटकर 44,414.67 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले यह 56,041.63 करोड़ रुपये रही थी।
शुद्ध एनपीए (फंसा कर्ज) भी 3.35 प्रतिशत या 12,424.13 करोड़ रुपये से गिरकर 2.21 प्रतिशत या 9,775.23 करोड़ रुपये पर आ गया।
भाषा रिया अजय
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