नई दिल्ली: सर्च इंजन गूगल ने शुक्रवार को अरसीबो संदेश का डूडल बनाया है. साल 1974 में वैज्ञानिकों ने तीन मिनट लंबा इंटरसेलर रेडियो संदेश अरसीबो संदेश भेजा था और 44 साल बाद इसी उपलब्धि के सम्मान में डूडल बनाया गया है.
अरसीबो संदेश 1974 का इंटरस्टेलर रेडियो संदेश है जो मानवता और पृथ्वी के बारे में मूलभूत जानकारी लेता है जो पृथ्वी या उसके वायुमंडल से बाहर खुफिया जानकारी को समझने की उम्मीद में 25,000 प्रकाश वर्ष दूर ग्लोबुलर स्टार ‘क्लस्टर एम 13’ को भेजा गया.
3 मिनट के रेडियो मेसेज में 1,679 बाइनरी डिजिट्स (दो प्राइम नंबरों को मल्टीपल) था, जिन्हें एक ग्रिड यानी 23 कॉलम और 73 पंक्तियों में व्यवस्थित किया जा सकता था. नंबरों की इस सीरीज का लक्ष्य सितारों का वह समूह था, जोकि पृथ्वी से M-13, 25,000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित था.
यह रेडियो संदेश प्यूटरे रिको के अरसीबो वेधशाला से भेजा गया था.
कॉर्नेल विश्वविद्यालय के खगोलविद् और खगोल भौतिक विज्ञानी फ्रैंक ड्रेक ने अमेरिकी खगोलविद् कार्ल सागन की मदद से संदेश लिखा था.
गूगल के अनुसार अरसीबो मेसेज अपने तय लक्ष्य तक पहुंचने में करीब 25 हजार साल का समय लेगा, इसलिए मानवजाति को लंबे वक्त तक इसका इंतजार करना होगा. अभी तक यह अरसीबो मेसेज सिर्फ 259 ट्रिलियन माइल्स तक ही पहुंच पाया है.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)