कोलकाता, 30 जुलाई (भाषा) देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) उत्पादन बढ़ाने के लिए खदान विकासकर्ता एवं परिचालकों (एमडीओ) की भागीदारी के जरिये 14 खदानों के संचालन की योजना लागू कर रही है। इन खदानों की कुल क्षमता 16.558 करोड़ टन प्रति वर्ष है।
कोल इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रमोद अग्रवाल ने कंपनी की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में अपने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए एमडीओ को भागीदार बनाने की बात कही। उन्होंने कहा, “ये खदानें आने वाले वर्षों में कोयला उत्पादन में बड़ा योगदान देंगी। इनमें से 10 खुली खुदाई वाली (ओपनकास्ट) परियोजनाएं हैं जिनकी कुल अनुमानित क्षमता 16.150 करोड़ टन प्रति वर्ष है जबकि चार भूमिगत परियोजनाओं की कुल क्षमता 40.8 लाख टन प्रति वर्ष है।
उन्होंने इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इन एमडीओ परियोजनाओं के लिए छह सफल बोलीदाताओं को स्वीकृति पत्र जारी किया गया है जिनकी कुल क्षमता 9.674 करोड़ टन प्रति वर्ष है।
अग्रवाल ने कहा कि 5.884 करोड़ टन प्रति वर्ष की संयुक्त क्षमता वाली सात और परियोजनाओं (पांच ओपनकास्ट और दो भूमिगत) के लिए भी एमडीओ से निविदाएं मंगवाई गई हैं।
कोल इंडिया ने वित्त वर्ष 2022-23 में 70 करोड़ टन उत्पादन का लक्ष्य रखा है। उसका 16,500 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का प्रस्ताव भी है।
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