नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) पेट्रोल और कुछ खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी आने से औद्योगिक क्षेत्र के कामगारों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति जून में कम होकर 6.16 फीसदी रह गई। मई में यह 6.97 फीसदी थी।
श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मुद्रास्फीति सालाना आधार पर मई 2022 में 6.97 फीसदी थी जो जून 2022 में कम होकर 6.16 फीसदी हो गई। हालांकि जून 2021 में यह 5.57 फीसदी ही थी।’’
जून 2022 में खाद्य मुद्रास्फीति 6.73 फीसदी थी जो मई 2022 में 7.92 फीसदी और जून 2021 में 5.61 फीसदी थी।
अखिल भारतीय औद्योगिक कामगारों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-आईडब्ल्यू) जून 2022 में 0.2 अंक बढ़कर 129.2 अंक हो गया। मई 2022 में यह 129 अंक था।
सूचकांक में अधिकतम वृद्धि खाद्य और पेय पदार्थों की वजह से हो गई है जिसकी कुल बदलाव में हिस्सेदारी 0.20 फीसदी अंक है। आलू, प्याज, टमाटर, पत्तागोभी, सेब, केला, धनिया, सूखी मिर्च, ताजा मछली, पोल्ट्री, चिकन, वड़ा, इडली, डोसा, पका खाना, रसोई गैस, केरोसिन तेल, बिजली आदि के दाम बढ़ना सूचकांक में वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।
यह सूचकांक 88 केंद्रों और पूरे भारत के लिए एकत्रित किया गया।
पुडुचेरी केंद्र में सर्वाधिक 2.6 अंक की वृद्धि हुई, अमृतसर में 2.2 अंक की और त्रिपुरा में दो अंक की वृद्धि हुई।
भाषा मानसी प्रेम
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