नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावाती ने बृहस्पतिवार को लखनऊ में डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल से हाथी की मूर्ति चोरी होने पर चिंताई जताई है और सपा के बाद अब भाजपा के शासन में स्मारक स्थलों की देखरेख न होने का आरोप लगाया है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक पार्क से एक फीट ऊंची हाथी की तांबे की मूर्ति चोरी हुई है. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मायावती ने ट्वीट किया है, ‘देश में उपेक्षित/तिरस्कृत दलित व अन्य पिछड़े वर्ग में जन्मे महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों के आदर-सम्मान में यूपी में बीएसपी सरकार द्वारा निर्मित भव्य डा भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल क्षेत्र जो पर्यटन का मुख्य केन्द्र है वहाँ लगी हाथी का चोरी होना शर्म व चिन्ता की बात.’
1.देश में उपेक्षित/तिरस्कृत दलित व अन्य पिछड़े वर्ग में जन्मे महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों के आदर-सम्मान में यूपी में बीएसपी सरकार द्वारा निर्मित भव्य डा भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल क्षेत्र जो पर्यटन का मुख्य केन्द्र है वहाँ लगी हाथी का चोरी होना शर्म व चिन्ता की बात।
— Mayawati (@Mayawati) July 28, 2022
2.पहले सपा व अब भाजपा सरकार में भी बीएसपी सरकार द्वारा निर्मित भव्य स्थलों/स्मारकों के संरक्षण, सुरक्षा व रखरखाव में की जा रही उपेक्षा अति-चिन्ता की बात जबकि वे पर्यटन आय के श्रोत हैं। मान्य श्रीकांशीरामजी स्मारक स्थल व अन्यत्र हो रहे कार्य भी काफी ढीले चल रहे हैं, सरकार ध्यान दे
— Mayawati (@Mayawati) July 28, 2022
‘पहले सपा व अब भाजपा सरकार में भी बीएसपी सरकार द्वारा निर्मित भव्य स्थलों/स्मारकों के संरक्षण, सुरक्षा व रखरखाव में की जा रही उपेक्षा अति-चिन्ता की बात जबकि वे पर्यटन आय के श्रोत हैं. मान्य श्रीकांशीरामजी स्मारक स्थल व अन्यत्र हो रहे कार्य भी काफी ढीले चल रहे हैं, सरकार ध्यान दे.’
वहीं इस मसले पर बहुजन आंदोलन जानकार और राजनीतिक विश्लेषक कुश अंबेडकरवादी ने दिप्रिंट से कहा, ‘आप जब लखनऊ में जाते हैं तो आपको अगर देखने लायक कुछ मिलता है तो वही मिलता है जो मायावती ने अपने शासन में बनाया है. सपा और योगी सरकार ने ऐसा कुछ निर्माण कराया ही नहीं कि लोग उसे पर्यटक स्थल के तौर पर देखने आएं.’
उन्होंने कहा, ‘आज जो दलित समाज के लोग हैं अगर उन्हें लखनऊ आकर गर्व महसूस होता है तो प्रेरणा स्थल देख के महसूस होता है.’
उन्होंने कहा कि बहुजनों के जो महापुरुष हों चाहे बाबा साहेब भीमाराव आम्बेडकर हों, पेरियार हों, साहूजी महाराज हों इन सबकी बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं लगी हुई हैं, कुल मिलाकर इसे नष्ट करने का तरीका है. इस वजह से सपा के समय में पूरी उपेक्षा की गई और अब योगी सरकार में हो रही है.
कुश अम्बेडकरवादी ने कहा यहां तक कि फिल्मों की शूटिंग भी होती है तो लखनऊ में उसी प्रेरणा स्थल पर होती है. सपा-भाजपा के पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है. इसलिए इसकी उपेक्षा हो रही है.
24 जुलाई की रात में हुई चोरी
बतौर रिपोर्ट भीमराव अम्बेडकर पार्क में बड़े-बड़े फव्वारे लगे हैं उन्हीं के नीचे हाथी की कई मूर्तियां लगी हैं. इनमें चोरी की गई मूर्ति एक फीट ऊंची और डेढ़ फीट लंबी थी. वजन ढाई से दो किलो था. यहां लोगों का आना-जाना प्रतिबंधित है, यहां केवल माली, प्लम्बर, सफाईकर्मी ही आ जा सकते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक जब मूर्ति चोरी हुई तो सुरक्षाकर्मी शौच के लिए गया हुआ था. आने के बाद उसने देखा, और फिर इसकी शिकायत पुलिस से की.
यह भी पढ़ें: ‘मुफ्त की रेवड़ियों’ पर नाक भौं सिकोड़ने से पहले गरीबों के लोकतंत्र का तर्क समझ लीजिए हुजूर