मुंबई, 27 जुलाई (भाषा) अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (एफओएमसी) की बैठक का फैसले आने से पहले अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया 13 पैसे की गिरावट के साथ 79.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। निवेशकों द्वारा जोखिम लेने से बचने के कारण घरेलू मुद्रा में गिरावट आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि डॉलर के मुकाबले एशिया की बाकी मुद्राओं के कमजोर होने तथा विदेशी पूंजी बाजार से निवेशकों की निकासी का भी रुपये पर असर पड़ा।
उन्होंने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के कारण रुपये को कुछ समर्थन प्राप्त हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.83 पर खुला और कारोबार के अंत में 13 पैसे की गिरावट के साथ 79.91 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 79.78 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा कि फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के नतीजे आने से पहले एशियाई और उभरते बाजार की मुद्राओं में कमजोरी के अनुरूप डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आई।
उन्होंने कहा कि रूस द्वारा यूरोप को गैस आपूर्ति में ताजा कटौती के बाद बाजार में जोखिम उठाने से बचने के माहौल के बीच रुपये में गिरावट आई।
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.19 प्रतिशत घटकर 106.98 रह गया।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.16 प्रतिशत घटकर 104.23 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारतीय बाजार से निकासी जारी है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को विदेशी निवेशकों ने 436.81 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश जतिन
जतिन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.